Book Title: Prakrit Vigyan Pathmala Margdarshika
Author(s): Somchandravijay Gani
Publisher: Surendranagar Jain SMP Tapagachha Sangh

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Page 451
________________ ४१२ | अपुव्व, अउव्व वि. (अपूर्व) नपुं. अप्प वि. (अल्प) थोडं. अप्पकेर वि. (आत्मीय) पोनानु. अब्भ न. (अभ्र) भेध, पाj. अब्भत्थणा स्त्री. (अभ्यर्थना) प्रार्थना, मा६२, सन्२. अभयकुमार पुं. (अभयकुमार) શ્રેણિકના પુત્ર अभिभूअ वि. (अभिभूत) पराभूत, ५२नत. अमयभूअ वि. (अमृतभूत) अमृत अरइ स्त्री. (अरति) अप्रीति, सुमनो ममाप, वानि. अरिह पुं. (अर्हन्) तीर्थं5२, अरिहंत, अरुहंत । पुं. (अर्हत् नीर्थ२, अरहंत वि. पू. . अरुण पुं. (अरुण) संध्या, सूर्य, सूर्यनो साथि. अलं अ. (अलम्) पूर्ण, प्रतिषे५, सदमा अलंकिय वि. (अलंकृत) शोमिन. अलाहि अ. (दे.) पर्यात, पूर्ण, प्रतिषे५, सबम. अलिय न. (अलीक) असत्य यन. अलोग पुं. (अलोक) पदो. अवच्च न. (अपत्य) पुत्र. अवज्झाण न. (अपध्यान) हुनि, हु यिंत. अवण्णा स्त्री. (अवज्ञा) अपमान, समान. अमयरस पुं. (अमृतरस) सुधारस. अमर पुं. (अमर) ११. अमरी स्त्री. (अमरी) देवी. अमावासा । स्त्री. (अमावास्या) अमावस्सा J समावस्या, समास. अमिअ, अमय न. (अमृत) अमृत. अम्मो अ. (दे.) माश्चर्य. अम्हारिस वि. (अस्मादृश) અમારા જેવા. अयल पुं. (अचल) पर्वत. वि. स्थिर, निश्स अयि । अ.(अयि) प्र, समाधान, सान्त्वन. अरण्ण । न. (अरण्य) पन, ग. रण ति२२४२. अवमाण पुं. (अपमान) अपमान, તિરસ્કાર. अवरोह पुं. (अपराह्ण) सिनो પાછલો ભાગ. अवरा स्त्री. (अपरा) पश्चिमशिL अवराह पुं. (अपराध) गुनो, is. अववाय पुं. (अपवाद)नि, ५१६.

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