Book Title: Prakrit Ratnakar
Author(s): Prem Suman Jain
Publisher: Rashtriya Prakrit Adhyayan evam Sanshodhan Samsthan
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61. चउपन्न महापुरिसचरियं- शीलंकाचार्य, सं.अमृतलाल मोहनलाल भोजक, प्राकृत
ग्रन्थ परिषद्, वाराणसी, सन् 1961 ई.। 62. छक्खंडागम (धवलाटीका सहित)- भाग 1-16- सं. डॉ. हीरालाल जैन,
जैन-साहित्योद्धारक-फंड-कार्यालय, अमरावती , सन् 1939-1959 ई.। 63. जंबुचरियं-गुणपाल, सं. मुनि जिनविजय, सिंघी जैन ग्रन्थमाला, भारतीय
विद्याभवन, बम्बई 1959 ई.। 64. जंबूद्वीवपण्णत्ति- पद्मनंदि, जीवराज ग्रन्थमाला, सोलापुर, सन् 1958 ई.। 65. जयन्तचरित- सं. आचार्य विजयकुमुद सूरि, मणिविजय ग्रन्थमाला मु. लींच
(महेसाणा), वि.सं. 2006। 66. जिनदत्ताख्यानद्वय- सुमतिसूरि तथा अज्ञात विद्वान्, सं.पं. अमृतलाल
मोहनलाल भोजक, सिंघी जैन ग्रन्थमाला, भारतीय विद्याभवन, बम्बई, वि. सं.
2009। 67. जीतकल्पसूत्र-सं. पुण्यविजय, अहमदाबाद, वि. सं. 1994 । 68. जीवाभिगम- रायधनपति सिंह बहादुर, अहमदाबाद, सन् 1939 ई.। 69. जोइसकरंडग-ऋषभदेव केशरीमल संस्था, रतलाम, सन् 1928 ई.। 70. ज्योतिषसार- प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर, 1961 ई.। 71. तरंगलोला (संक्षिप्त तरंगवती)- गुजराती अनुवाद सहित, अहमदाबाद, 1979
ई., प्रो. लायमन, जर्मन अनुवाद, 1921। 72. तिलोयपण्णत्ति- यतिवृषभ, जीवराज जैन ग्रन्थमाला, सोलापुर, सन् 1943, 1952
., श्रुतसंवर्धन संस्थान, मेरठ, 2004। 73. तिलोयसार- नेमिचन्द्र, माधवचन्द्रकृत संस्कृत टीका सहित, माणिकचन्द्र दि. जैन
ग्रन्थमाला, बम्बई वीरनिर्वाण संवत् 2444। 74. दशवैकालिकसूत्र (हारिभद्रवृत्ति)- सं. मनुसखलाल महावीर प्रिंटिंग वर्क्स, बम्बई,
प्राकृत टेक्स्ट सोसायटी, 1973 ई.। 75. देसीनाममाला- हेमचन्द्र, भाण्डारकर ओरियन्टल रिसर्च इन्स्टीट्यूट, पूना। 76. द्रव्यपरीक्षा- प्राकृत शोध संस्थान, वैशाली, 1976 ई.। 77. द्रव्यसंग्रह - सेक्रेड बुक्स आव द जैन्स सीरीज, आरा, 1917। 3900 प्राकृत रत्नाकर
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