Book Title: Prakrit Margopadeshika
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Gurjar Granthratna Karyalay
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२२८
दुसय । ( द्विशत ) बसो
छासट्टि (षट्षष्टि) छासठ दससहस्स। (दशसहस्र) . छासीह (षडशीति) छाशी दहसहस्स । दश हजार णवणवह । (नवनवति) नवाणुं दु (द्वि) बे नवणवइ ।
दुप्पण्णासा। (द्विपञ्चाशत् ) ति (त्रि) त्रण
बावण्णा
बावन तिचत्तालिसा) (त्रिचत्वारिंशत् )
दुवालस) . तेआलिसा तेंताळीश बारह (द्वादश ) बार तेआला )
बारस तिणि सयाई (त्रीणि शतानि)
त्रणसें बिसय तिसत्तरि । (त्रिसप्तति) तोतेर । नव (नवन् ) नव तिहत्तरि ।
नवह (नवति) नेवू तिसय (त्रिशत) त्रणसो
नवासीइ (नवाशीति) नेवाशी तीसा (त्रिंशत् ) त्रीश
पणचत्तालिसा ( पञ्चचत्वारिंशत) तेणवर (त्रिनवति) त्राणु
पणयाला पिस्ताळीश तेतीसा । (त्रयस्त्रिंशत्) तेत्रीश | पणतीसा ( पञ्चत्रिंशत् ) पांत्रीश तित्तीसा
पणपण्णा (पञ्चपञ्चाशत् ) तेरह । (त्रयोदश) तेर
पंचावणा) पंचावन तेरस
पणवीसा (पञ्चविंशति) पचीशतेवण्णा ।(त्रिपञ्चाशत् ) त्रेपन
पचवीश तिपण्णासा तेवीसा (त्रयोविंशति) तेवीश
पणसट्टि (पञ्चषष्टि) पांसठ
पणसीइ । (पञ्चाशीति) पंचाशी तेसट्टि (त्रिषष्टि) त्रेसठ
पञ्चासीइ। तेसिह (त्र्यशीति) त्राशी-त्र्याशी
पण्णणवइ) दस (दशन् ) दश
पञ्चणवह (पञ्चनवति) पंचाणु दहा
पञ्चाणवह दसलक्व । (दशलक्ष) दश लाख पण्णरह । (पञ्चदश) पंदर-पनर दहलक्ख
पण्णरस
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