Book Title: Prakirnak Sahitya Manan aur Mimansa
Author(s): Sagarmal Jain, Suresh Sisodiya
Publisher: Agam Ahimsa Samta Evam Prakrit Samsthan

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Page 211
________________ प्रकीर्णक और प्रवचनसारोद्धार : 199 आसग्गीवे तारय मेरय महकेढवे निसंभे य / बलि य हिराए (हिरण्णे) तह रावणे य नवमे जरासिंधू / / (तित्थोगालीपइण्णयं, गाथा 610) आसग्गीवे तारय मेरए मधुकेढवे नुसुंभे य / बलि य हराए तह रावणे य नवमेजरासंधे / / (प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/1213) मण परमोहि पुलाए आहारग खमग उवसमे कप्पे / संजमतिय केवलि सिज्झणा य जंबुम्मि वोच्छिन्ना / / (तित्थोगालीपइण्णयं, गाथा 699) मण परमोहि पुलाए. आहारग खवग उवसमे कप्पे / संयमतिय केवल सिज्झणाय जंबुम्मि वोच्छिन्ना / / ___(प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/693) उवसग्ग गब्भहरणं इत्थीतित्थं अभव्विया परिसा / कणहस्स अवरकंका अवयरणं चंद-सूराणं / / . (तित्थोगालीपइण्णयं, गाथा 888) उवसग्ग गम्भहरणं इत्थीतित्थं अभाविया परिसा / कण्हस्स अवरकंका अवयरणं चंदसूराणं / / (प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/885) हरिवंसकुलुप्पत्ती चमरुप्पाओ य अट्ठसय सिद्धा / अस्संजयाण पूया दस वि अणंतेण कालेणं / / (तित्थोगालीपइण्णयं, गाथा 889) हरिवंसकुलुप्पत्ती चमरुप्पाओ अट्ठसयसिद्भा / अस्संजयाण पूया दसवि अणंतेण कालेणं / / (प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/886) गणियस्स य उप्पत्ती माणुम्माणस्स जं पमाणं च / धण्णस्स य बीयाण य उप्पत्ती पंडुए भणिया / / (तित्थोगालीपइण्णयं, गाथा 1133) गणियस्स य ग्रीयाणं माणुम्माणस्स जं पमाणं च / धनस्स य बीयाणं उप्पत्ती पंडुए भणिया / / (प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/1220) वत्थाण य उप्पत्ती निप्पत्ती चेव सव्वभत्तीणं / रंगाण य धोवा(या)ण य सव्वा एसा महापउमे / / (तित्थोगालीपइण्णयं, गाथा 1136)

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