Book Title: Prabandhavali - Collection of Articles of Late Puranchand Nahar
Author(s): Puranchand Nahar
Publisher: Vijaysinh Nahar

View full book text
Previous | Next

Page 178
________________ * प्रबन्धावली * १५१ * शेजै सिंघ किय ७१ * आसकरन अमीपाल, चोपड़ा ७२ षेतसी, भोजावत, षांप श्रीमाल ७३ साह हरषौ नाणजीरौ ७४ नाणजी पूरखमेंहुवौ हाथी दान किया ७५ पोरवाल चांपसीदास, वास पट्टनै ७६ श्रीमाल तोतराज 99 श्रीमाल जसराज, वास खंभायच | उपरोक्त तालिका टेसीटरी साहबकी सग्रहोत गुटका नं० २७ में है और कलकत्तेके एसियाटिक सोसाइटीके पुस्तकालयकी हस्तलिखित पुस्तकों में सुरक्षित है। इसी प्रकार अपने समाजके प्रख्यात व्यक्तियोंके विषय में मुझे बहुत सी कविता छन्द आदि मिले हैं, वे भी क्रमशः प्रकाशित करनेकी इच्छा है । सोजत, नागोर आदि स्थानों के भाइयों से साग्रह निवेदन है कि इस तालिका के पुरुषों के विषय में खोज करें और जो कुछ सामग्री मिले उसे प्रकाशित करें । [ 'ओसवाल नवयुवक' वर्ष ६ संख्या १ ( वैशाख १६६० ) पृ० ४३-४४] * ये बीकानेर के रहने वाले थे, नाहटोंकी गवाड़की ऋषभदेव स्वामी के मंदिर की प्रतिष्ठा इन्होंने करवाई थी, इसके लिये देखो “आत्मानंद" ( १६३२-३३ ) में प्रकाशित बीकानेर के जैन मन्दिर । 20 Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

Loading...

Page Navigation
1 ... 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212