Book Title: Prabandhavali - Collection of Articles of Late Puranchand Nahar
Author(s): Puranchand Nahar
Publisher: Vijaysinh Nahar

View full book text
Previous | Next

Page 197
________________ *१७० * * बांधारली * चौरासी ज्ञातिन CC १ अग्रवाल २ अच्छितवाल ३ अष्टवगी ४ आठसषा ५ आणंदोरा ६ ओसवाल ७ कष्टि ८ कपोल ६ करही १० कालिया ११ काट १२ काथौरा १३ कोरंटवा १४ कवी १५ खंखेरवा १६ खंडेलवाल १७ गुजरवा १८ गोलावा १६ चउसषा २० चित्राडा २१ चीतौडा २२ चंडायना २३ जागडा २४ जालहरा. २५ जायसवाल २६ जांबूस २७ जिटाडा २८ जीडीस २६ जेहराणा ३० डीडूवाल ३१ तिलउरा ३२ तिसउ ३३ दीसावाल ३४ दोसषी ३५ दोहिल ३६ धाडक ३७ नरसिंघउरी ३८ नाउरा ३६ नागद्रहा ४० नागर ४१ नानावाल ४२ नीमा ४३ पद्मावती पुरवाल ४४ पल्लीवाल ४५ पंचम ४६ पुरकरवाल ४७ पोरवाल ४८ घग्धू ४६ बघेरवाल ५० बयस ५१ बंगट ५२ बंधणो ५३ बंभ ५४ ब्राह्माणी ___+ इन चौरासो जाति श्रावकोंके नाम प्राचीन पत्रसे दिये गये हैं। बीकानेरसे प्रकाशित 'महाजनवंश मुक्तावली' के पृ० १६४ में ८४ बणिक जातिके नाम छपे हैं। उस तालिकामें इन नामोंसे कुछ फेरफार है । ऐसी तालिका 'जैनसम्प्रदाय शिक्षा' नामक पुस्तकके पृ० ६८६ में भी प्रकाशित हुई है और इसमें गुजरात और दक्षिण-प्रान्तके चौरासी यातोंको तालिकायें भी हैं। Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

Loading...

Page Navigation
1 ... 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212