Book Title: Pathya Author(s): Punamchand Tansukh Vyas Publisher: Mithalal Vyas View full book textPage 4
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir [१] ॥ श्रीः । श्रीमान् महता चिमनसिंहजी साहब, रईस, और म्युनिसिपल कमिश्नर, व्यावर। महोदय, स्वास्थ्य सम्बन्धी पुस्तकें लिखने की अभिरुचि श्राप ही की कृपा से उत्पन्न हुई थी, प्रारम्भ में श्राप ही ने ऐसी पुस्तके लिखने के लिये हमें उत्साहित किया था, और यह भी आप ही की शुभ प्रेरणा का परिणाम है कि इस समय तक आरोग्य रक्षा की कई उपयोगी पुस्तक निकल चुकी है और जनता द्वारा पसन्द की गई हैं। अतः भाप के इन आभारों को ध्यान में रख कर बनुन कामय से इच्छा थी कि सर्व साधारण के उपयोग में प्रान्ने वाली स्वास्थ्य सम्बन्धी कोई पुस्तक आप की सेवा में अर्पण की जावे। अस्तु यह ‘पथ्य' प्राज आप की सेवा में भेट किया जाता है, स्वीकार कीजिये । यह पथ्य के रूप में सर्व साधारण के लिये हित कर है । आशा है कि आप को अपनी इच्छाओं की पूर्ति होती देखकर सन्तोष होगा। व्यास पूनमचन्द तनसुख वैद्य For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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