Book Title: Padma Vardhaman Sanskrit Dhatu Shabda Rupavali Part 01
Author(s): Rajpadmasagar, Kalyanpadmasagar
Publisher: Padmasagarsuri Charitable Trust

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Page 183
________________ आनन्द पमाय छे 124/ मुद् आत्म मोदितुम् मोदित्वा, | मोदमान मुद्यमान मुद्यमान मोदितवत् | मोदित,मुदित मोदित,मुदित मोदितव्य, मोदनीय, मोद्य मुद्यते 32] मुदित्वा | आनन्द आनन्द आनन्द आनन्द आनन्द आनन्द आनन्द | आनन्द पामबुं जोइए आनन्द पामवो पामवा माटे | पामीने | पामतो |पमातो। पमातो पामेलो |पमायेलो |पमायेलो 125| वि+रच् |10|पर |विरचयितुम् | विरच्य | विरचयत् | विरच्यमान | विरच्यमान | विरचितवत् | विरचित |विरचित | विरचयितव्य,विरचनीय,विरच्य | विरच्यते - बनाव बनाववामाटे | बनावीने | बनावतो बनावातो बनावातो बनावेलो बनावायेलो बनावायेलो बनाववा योग्य बनावाय छ| 126| अभि+ 14 पर अभिक्रोद्धुम् अभिक्रुध्य | अभिक्रुध्यत अभिक्रुध्यमान अभिक्रुध्यमान अभिक्रुद्धवत् अभिक्रुद्ध अभिक्रुद्ध अभिक्रोधितव्य,अभिक्रोधनीय अभिक्रुध्यते 33 क्रोध क्रोध क्रोध क्रोध क्रोध क्रोध क्रोध क्रोध क्रोध करवा योग्य क्रोध करवो करवा माटे | करीने करतो करातो / | करातो करेलो करायेलो करायेलो कराय छे 1127 कम्प् 1 |आत्म कम्पितुम् कम्पित्वा | कम्पमान कम्प्यमान कम्प्यमान कम्पितवत् | कम्पित कम्पित / कम्पितव्य, कम्पनीय कम्प्यते 133| - कंपq / / कंपवा माटे | कंपीने | कंपतो कंपातो | कंपातो कंपेलो कंपायेलो | कंपायेलो | कंपवा योग्य कंपाय छे 128| नि+वस् 1 |पर निवस्तुम् न्युष्य | निवसत् न्युष्यमाण न्युष्यमाण न्युषितवत् | न्युषित न्युषित | निवस्तव्य,निवसनीय,निवास्य न्युष्यते - निवास निवास निवास | निवास |निवास / निवास निवास |निवास निवास |निवास करवा योग्य निवास करवो करवा माटे | करीने करतो करातो करातो करेलो करायेलो | करायेलो कराय छे 129| परि+ 1 पर परित्यक्तुम् | परित्यज्य | परित्यजत् परित्यज्यमान परित्यज्यमान परित्यक्तवत् परित्यक्त परित्यक्त | परित्यक्तव्य,परित्यजनीय परित्यज्यते त्यज् | परित्याज्य - त्यजq | | त्यजवामाटे | त्यजीने | त्यजतो त्यजातो त्यजातो त्यजेलो त्यजायेलो त्यजायेलो | त्याग करवा योग्य त्यजाय छे 130| वप् 1 |उभय वप्तुम् उप्त्वा | वपत्,वपमान उप्यमान | उप्यमान |उप्तवत् |उप्त उप्त वप्तव्य, वाप्य उप्यते - वाव / / वाववा माटे |वावीने | वावतो ववातो / |ववातो वावेलो |ववायेलो |ववायेलो | वाववा योग्य 131|वि+श्रम् |4 |पर विश्रन्तुम् विश्रम्य | विश्राम्यत् | विश्रम्यमाण | विश्रम्यमाण | विश्रान्तवत् | विश्रान्त विश्रान्त | विश्रमितव्य,विश्रमणीय,विश्रम्य विश्रम्यते 33/ - विश्राम विश्राम विश्राम | विश्राम विश्राम विश्राम विश्राम विश्राम विश्राम विश्राम करवा योग्य विश्राम |ववाय छे

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