Book Title: Padma Vardhaman Sanskrit Dhatu Shabda Rupavali Part 01
Author(s): Rajpadmasagar, Kalyanpadmasagar
Publisher: Padmasagarsuri Charitable Trust
View full book text ________________ वर्तमान कर्तरि कृदन्त के वाक्य क्रम. वत.कते. कदन्ता अर्थ ताडयत् 2. | गच्छत् 3. | पश्यत् 4. | नयत् 5. | कथयत् 6. | खादत् भणत् | जेमत् | मारतो, मारती, मारतुं | पुत्र ने मारतो अधम-पुरुष खुश थाय छ। पुत्रं ताडयन् अधम-पुरूषः तुष्यति। जतो, जती, जतुं पाठशाला जतो बालक दडाथी रमे छ। पाठशालां गच्छन् बालः कन्दूकेन रमते। जोतो, जोती, जोतुं वाघने जोती बालीका गभराय छ। व्याघ्रं पश्यन्ती बाला क्षुभ्यति। लइ जतो, लइ जती, लइ जतु पुस्तक लइ जतो मित्र लाडवा खातो नथी। पुस्तकं नयत् (नयद) मित्रं मोकदान् न खादति। कहेतो, कहेती, कहेतुं धर्म ने कहेता बे साधुओने आनंद थाय छ। धर्म कथयन्तौ श्रमणौ आनंदः भवति।। खातो, खाती, खातुं वनमा फळो खातो वांदरो गाम तरफ भाग्यो। | वने फलानि खादन वानरः ग्रामं अनश्यत्। भणतो, भणती, भणतुं | भणता विद्यार्थीओने जोइने गुरू खुश थाय छे भणतः छात्रान् दृष्ट्वा गुरवः तुष्यन्ति / खातो, खाती, खातुं लाडवा खाता बे मित्रो वांचे छे। . मोकदान् जेमन्ती मित्रे पठतः। पूजतो, पूजती देवने पूजतो भक्त पश्चातापथी रडे छ। देवं पूजयन् भक्तः पश्चातापेन रटति। बोलतो, बोलती, बोलतुं | शिक्षके बोलती बे बालीकाओ ने कहयु। अध्यापकः वदन्त्यौ बाले अकथयत्। | चिंता करतो, चिंता करती, | अमे चिंता करती स्त्री ने जोइए छीए। चिंता करतुं वयम् चिन्तयन्तीम् योषितम् पश्यामः / | दोडतो, दोडती, दोडतुं | दोडता घोडा उपरथी सैनिक पड्यो। धावतः अश्वात् सैनिकः अपतत्। लखतो, लखती, लखतुं कथा लखता बालकने राजाए इनाम आप्यु। कथाम लिखते बालाय नृपः पारितोषिक अयच्छत्। चरतो, चरती, चरतुं गाम मां चरती गायो वन मां जाय छ। ग्रामे चरन्त्यः धेनवः वनं गच्छन्ति। चालतो, चालती, चालतुं / | चालता मुसाफरने जोइने राजा पूछे छे। चलन्तम् पथिकं दृष्ट्वा नृपः पृच्छति। पूजयत् | 10. वदत् 13. लिखत् 14. चरत् 15.| चलत् [182/
Loading... Page Navigation 1 ... 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208