Book Title: Padma Vardhaman Sanskrit Dhatu Shabda Rupavali Part 01
Author(s): Rajpadmasagar, Kalyanpadmasagar
Publisher: Padmasagarsuri Charitable Trust

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Page 202
________________ विध्यर्थ कृदन्त के वाक्य अर्थ क्रम. विध्यर्थ कृदन्त / - वाक्य | पठितव्य, | भणवा योग्य, देवदत्त वडे व्याकरण भणवा योग्य छ। | पठनीय,पाठ्य | भणवु जोइए देवदत्तेन व्याकरणं पठनीयम्। 2. | पूजयितव्य, | पूजवा योग्य, भक्तो वडे पुष्पो द्वारा वीर पूजवा योग्य छे | पूजनीय, पूज्य | पूजवू जोइए भक्तैः पुष्पैः वीरः पूजनीयः। | रचयितव्य, रचवा योग्य,रचयूँ जाइए| बे बालीकाओ वडे बे पुष्पमाला बनावा योग्य छ। | रचनीय, रच्य बालाभ्याम् पुष्प–माले, रचयितव्ये स्तः / | त्यक्तव्य, त्यजवा योग्य, त्यजावू | लोभी वडे लोभ त्यज्वा योग्य छ। त्यजनीय,त्याज्य जोइए कृपणेन लोभः त्यजनीयः। | रक्षितव्य, रक्षण करवा योग्य, | मारा वडे गायो रक्षावी जोइए। | रक्षणीय, रक्ष्य | रक्षण करावें जोइए मया धेनवः रक्षितव्याः। खावा योग्य, बालक वडे लाडवो खावा योग्य छ। | खादनीय,खाद्य खाएं जोइए बालेन मोदकः खाद्यः। |7. | चलितव्य, | चालवा योग्य, साधु वडे वन मां चलाईं जोइए। | चलनीय चालवू जाइए श्रमणेन वने चलितव्यम्। | 8. | वोढव्य, वहनीय | वहन करवा योग्य, मजूर वडे भार वहन करवा योग्य छे | वाह्य | वहन करवू जोइए किङ्करेण भारः वहनीयः। 9. | वदितव्य,वदनीय बोलवा योग्य, तारा वडे संस्कृत बोलवा योग्य छ। | वाद्य बोलवू जोइए त्वया संस्कृतं वदनीयं। 10.| परित्यक्तव्य, त्यजवा योग्य, नळराजा वडे दमयंती छोडवा योग्य नथी। | परित्यजनीय | त्यजवं जोइए नळेन दमयन्ती न परित्यजनीया। 11.| पातव्य, पानीय, | पीवा योग्य, पीयूँ जोइए बालको वडे दुध पीवा योग्य छ। | पेय बालैः दुग्धं पेयं। 12.| पठितव्य,पठनीय वांचवा योग्य, मारा मित्र वडे आ पुस्तक वाचवा योग्य छ / | पाठ्य | वंचावु जोइए मम मित्रेण अदः पुस्तकं पठितव्यम्(पठनीयम्) 13.| ताडयितव्य, | मारवा योग्य, सैनिको वडे चोरो मारवा योग्य छ। | ताडनीय,ताड्य | मारवू जोइए सैनिकैः चौराः ताडयितव्याः। 14./ पालयितव्य, | पालन करवा योग्य | तेना वडे राज्य नु पालन करावु जोइए। | पालनीय, पाल्य | पालन करवू जोइए | तेन राज्यं पालनीयं। | मानयितव्य, मानता योग्य, | मारा वडे गुरूनी आज्ञा मानवा योग्य छ। माननीय, मान्य | मानवू जोइए मया गुरोः आज्ञा मान्या। [185

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