Book Title: Padma Vardhaman Sanskrit Dhatu Shabda Rupavali Part 01
Author(s): Rajpadmasagar, Kalyanpadmasagar
Publisher: Padmasagarsuri Charitable Trust
View full book text ________________ आपेलो क्षमा क्षमा कराय छे 11731 | सारीरीते / सारीरीते सारीरीते | सारीरीते | सारीरीते सारीरीते सारीरीते सारीरीते सारीरीते | सारीरीते जोवू जोइए सारीरीते / |जो जोवा माटे |जोइने | जोतो जोवातो जोवातो जोएलो जोवायेलो | जोवायेलो जोवाय छे 167 अप् |10|पर अर्पयितुम् अर्पयित्वा| अर्पयत् अर्घ्यमाण | अर्घ्यमाण अर्पितवत् | अर्पित अर्पित अर्पयितव्य, अर्पनीय अर्प्यते 42 - आपq | | आपवा माटे आपीने | आपतो |अपातो अपातो | अपायेलो |अपायेलो | आपवा योग्य अपाय छे / 168|भृ 1 उभय भर्तुम् भृत्वा भरमाण |भ्रियमाण भ्रियमाण भतवत | भृत भृत भर्तव्य, भरणीय, भृत्य भियते 42 - बोलाव | बोलावा माये बोलावीने | बोलावतो | बोलावातो बोलावातो | बोलावेलो | बोलावायेलो बोलावायेलो| बोलवा योग्य बोलावाय छ / 169/ मृग |10|आत्म| मृगयितुम् मृगयित्वा | मृगयमाण | मृग्यमाण मृग्यमाण मृगित गित / मृगयितव्य, मृग्य मृग्यते 42] - शोध शोधवा माटे शोधीने | शोधतो शोधातो / | शोधातो |शोधेलो शोधायेलो | शोधायेलो | शोधवा योग्य शोधाय छ / 170| क्षम्(क्षाम4 |पर क्षन्तुम,क्षमितुम् क्षमित्वा,क्षान्त्व क्षाम्यत् क्षम्यमाण | क्षम्यमाण क्षान्तवत् |क्षान्त क्षान्त क्षमितव्य, क्षन्तव्य, क्षम्य क्षम्यते 42 - क्षमा क्षमा क्षमा क्षमा क्षमा क्षमा क्षमा क्षमा क्षमा करवा योग्य कर करवा माटे | करीने | करतो करातो | करातो करेलो | करायेलो करायेलो 171| (हृय) |1 |उभय | ह्वातुम् हूत्वा / ह्वयत् हूयमान |हूयमान हूतवत् हूत हूत | ह्वयनीय, हृय,ह्वातितव्य हूयते / 143 आहवान आहवान आहवान | आहवान आहवान | आहवान | आहवान |आहवान आहवान आहवान करवा योग्य आहवान करवू करवा माटे | करीने करतो करातो / करातो |करेलो करायेलो करायेलो कराय छे 172| वाञ्छ |1 पर वाञ्छितुम् वाञ्छित्वा वाञ्छत् वाञ्छ्यमान | वाञ्छ्यमान | वाञ्छितवत् | वाञ्छित वाञ्छित | वाञ्छितव्य, वाञ्छनीय वाञ्छयते 143 इच्छq | | इच्छा माटे | इच्छीने | इच्छतो इच्छातो |इच्छातो इच्छेलो इच्छायेलो इच्छायेलो | इच्छा करवा योग्य इच्छाय छे 173|आ+ढे 1 | उभय आह्वातुम् आहूय | आह्वयत् |आहूयमान आहूयमान आहूतवत् |आहूत आहूत | आह्वयनीय, आह्वेय आहूयते 43.आह्वातितक - बोलावQ / बोलाववामा बोलावीने | बोलावतो | बोलावातो बोलावातो बोलावेलो | बोलावायेलो बोलावायेलो| बोलाववु जोइए बोलावाय हे 174|रूष 4 पर | रोषितुम्, / | रोषित्वा, | रूष्यत् रूष्यमाण रूष्यमाण | रूषित, रूषित | रोषितव्य, रोषनीय, रोष्य | रूष्यते | रोष्टुम् रूषित्वा रूष्टवत् |रूष्ट
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