Book Title: Padma Vardhaman Sanskrit Dhatu Shabda Rupavali Part 01
Author(s): Rajpadmasagar, Kalyanpadmasagar
Publisher: Padmasagarsuri Charitable Trust
View full book text ________________ | कर्तरि भूत कृदन्त के वाक्य - अर्थ क्रम. कर्त.भूत कदन्त वाक्य 1. | नीतवत्, लइ गयो, लइ गई, लइ गयु, | पुत्र पिताने उद्यानमा लइ गयो। | नीत लइ गयेलो, ली, लु | पुत्रः जनकं उद्यानं नीतवान/नीतः / कथितवत् | कह्यो, कह्यु, कहेलो, आचार्य शिष्योने धर्म कहेता हता। कथित कहेली, कहेलु आचार्यः शिष्येभ्यः धर्मं कथितवान् / | वर्णितवत् | वर्णव्यो, वर्णव्यु, वर्णवेलो, कविए राजसभामा राजानां गुणोनुं वर्णन कर्यु। | वर्णित वर्णवेली, लू कविः राज-सभायाम् नृपस्य गुणान् वर्णितवान् | रतवत् रम्यो, रमी, रम्यु रमता बालक ने जोइने ते बे पण रम्या | रत | रमेलो, रमेली, लुं क्रीडन्तं बालं दृष्ट्वा तौ अपि रतवन्तौ/रतौ | खादितवत् | खाधुं, खाघेलो, | खाधेला लाडवा ने लइने भीखारी राजा पासे आव्यो। खादित | खाधेली, खााधेला खादितवन्तं मोदकं नीत्वा याचकः नृपस्य समीपं आगतवान् / दत्तवत् / आप्यो, आपी, आपेलुं आपेली | देव माणसोने वियोग नु दुःख आपतो हतो। दत्त देवः जनेभ्यः वियोगस्य दुःखं दत्तवान् / दृष्टवत्, जोयो, जोइ, जोयुं, जोयेलो, | बालीकाओ ए पूजा करवा माटे पुष्पो जोया हता। दृष्ट जोयेली, जोयेलु | बालाः पूजयितुम् पुष्पाणि दृष्टवत्यः | | जेमितवत्, | खाधो, खाधी, खाधेलो, | देवदत्ते धरमां बेसीने चोखा खाधा। जेमित खाधेला, खाधा | देवदत्तः गृहे उपविश्य तण्डूलान् जेमितवान् / पठितवत्, | भण्यो, भणेलो, भणेली, | विद्यार्थीओ क्लास मां संस्कृत भणता हता। पठित भणी, भण्यु | छात्राः अध्ययन-कक्षे संस्कृतं पठितवन्तः / | 10. | धावितवत्, | दोडयो, दोडी, दोडवू, दोडेलो, चोर घोडाने लइने जंगलमां दोडयो। | धावित | दोडेली, दोडेलु | चौरः अश्वं नीत्वा वनं (वने) धावितवान् / | 11. चिन्तितवत्, चिंता करेलो, करेली, करेला | गुरू शिष्यना जीवन माटे चिंता करता हता। चिन्तित | गुरूः शिष्यस्य जीवनाय चिन्तितवान् / | 12. मिलितवत्, मळवा, मळ्युं, मळेलो, मळेला, बे मित्र गाम जवा माटे घरमां मळ्या। | मिलत मळेलु | मित्रे ग्रामं गन्तुम् गृहे मिलतवती। | 13./ पितवत्, पीg, पीधी, पीधेलो, पीधेनुं | बे बालको हाथी ऊपर चढीने दुध पीता हता | पीत | बालौ हस्तीम् आरूह्य दुग्धं पीतवन्तौ।। |14. ताडितवत्, | मार्यो, मार्या, मारेलो, मारेली, | सैनिको चोरोने घरे आवीने लाकडाथी मारता हता। ताडित मारेलु | सैनिकाः चौरान गृहं आगत्य दण्डेन ताडितवन्तः।। | 15. | पक्ववत्, राधेलु, राधेलो, रांधेली, रांधी | रसोइयो अग्निद्वारा चोखा रांधतो हतो। पक्व | सुदः वहिनना तण्डूलान् पक्ववान्। [179
Loading... Page Navigation 1 ... 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208