Book Title: Nirvankalika
Author(s): Padliptsuri, Mohanlal Bhagwandas Jhaveri
Publisher: Nathmalji Kaniyalalji Mumbai

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Page 5
________________ Jain Education Intern छपायेला ग्रन्थो. १ पार्श्वनाथचरित्रम् हेमहंसगणिकृतम् (संस्कृत ) २ सहिसयपयरणं नेमिचन्द्र भण्डारिकृतं ३ शृङ्गारवैराग्यतरङ्गिणी मुनिसुन्दरसूरिकृत (गुजराती अनुवाद ) ४ आदिनाथचरित्र पर्व पहिल श्रीहेमचन्द्राचार्यकृत ( हिन्दी अनुवाद ) हवे पछी छपावाना ग्रन्थो१ जैनप्रासादमार्तण्ड - श्रीमान् - जैनाचार्य श्रीजयसूरीश्वरजीकृत. २ निर्वाणकलिकाभाषान्तर (सचित्र) रा. रा. मोहनलाल भगवानदास झवेरी. बी. ए. (ऑनर्स) एलएल. बी., सोलिसिटर मुंबई. ३ अजितनाथ चरित्र हेमचन्द्राचार्यकृत ( हिन्दी अनुवाद ). .... .... **** .... .... For Private & Personal Use Only .... .... .... .... मूल्यं ॥ आणा. मूल्यं । आणा. मूल्यं • आणा. मूल्यं ४ रू. ४ मोहनाभ्युदय चम्पूमहाकाव्यम्, श्रीमान् - जैनाचार्य - श्रीजयसूरीश्वरजीशिष्य प्रतापमुनिजीकृत. ५ हस्तसंजीवनी ( सामुद्रिक ) जैनाचार्यकृत. मलवानुं ठेकाणुं - शेठ नथमलजी कनैयालालजी रांका, ठे० मुंबादेवी पोष्टनी उपर त्रीजेदादर, मुंबई. www.jainelibrary.org

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