Book Title: Muni Deepratnasagarji ki 555 Sahitya Krutiya
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 18
________________ नमो नमो निम्मलदंसणस्स दीपरत्नसागर की 555 साहित्य Veerstava (Aagams notress, Pratimes Meaning with Details Aagam Sootra English Translations Net भाषा - English प्रकाशन वर्ष 2013 कुल किताबें → 11, कुल पृष्ठ → 410 नेट पब्लिकेशन्स, साईझ A-4 साहित्य कृति क्रम 478 से 4881 JAIN MUNI DEEPRATNASAGAR | [13] Aagamsootra English Translations Net/ ये Net publication है, हमने 'Aagam-Sootra English Translations' नाम से ये सीरीझका आरंभ किया था, 45 आगमके इंग्लिश-अनुवाद कार्यमें मै 11 आगम का अनुवाद कार्य कर शका हूं, ईसीलिए अभी 11 Publications हमने Net पर रक्खे है, शरीर का साथ मिला तो बाकी आगमका Translation भी करने की भावना है हमने Translation करते वक्त एक मर्यादा का अनुभव किया की- जैन-पारिभाषिक-शब्दों का मूल भाव न बिगड़े इस तरह अनुवाद करना कभी कभी मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन होता है, उस वक्त मूल शब्द को ही अवतरण चिह्न या इटालिक टाइप में रखना पड़ता है, कहीं कहीं तो ऐसा भी महेसुस हुआ है की सांस्कृतिक तफावत के कारण हम दूसरी भाषावालो को यथायोग्य सूत्र-भाव पहुंचा ही नहीं शकते है | इन सभी कारणोंसे आगे का कार्य रुक गया है, English में सुव्यवस्थित परिभाषाए प्रस्तुत करने के बाद ही अब कार्य होगा | ये एक net-publication है जिसे कोई भी फ्री डाउनलोड कर शकता है Total Books 555 [1,00,013 Pages] | Muni Deepratnasagar's 555 [18] Publications on 03/07/2015

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