Book Title: Muni Deepratnasagarji ki 555 Sahitya Krutiya
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 24
________________ नमो नमो निम्मलदंसणस्स दीपरत्नसागर की 555 साहित्य-कृतियाँ नोनmein सोनलो निमसलन तपार्थ सूत्रणा माधान भ तत्त्वाल्यास साहित्य-1 Printed | भाषा, .,सं.,प्रा.,हि.,Eng. [1994] कुल किताबें 713, कुलपृष्ठ72086 नेट पब्लिकेशन्स, साईझ A-5 साहित्य कृति क्रम 511 से 523 वाथ અભિનવ ટીકા -४ findiaમુનિ દીપરત્ન સાગર મુનિ દીપરત્નસાગર [19-1] तत्त्वाल्यास साहित्य Printed | यहाँ 13 कृतियाँ है, जिसमें 12 मुद्रित है, और 1 इंटरनेट पे है [1] तत्वार्थसूत्र प्रमोघटी। अध्याय-१, [2-11] तत्वार्थाधिगमसूत्र लिनवटी' अध्याय 1--10, [12] 'तत्त्वार्थसूत्रना माराम-साधारस्थानी, [13] तत्त्वार्थसूत्र के 84 प्रकाशनों का संपुट | [1] तत्त्वार्थसूत्र प्रबोधटीका:- इस किताब में सिर्फ अध्याय-1 का दशांगी विवरण है | जो सन 1990 में print हुई थी | [2] तत्त्वार्थाधिगमसूत्र अभिनवटीका:- इसमें प्रत्येक अध्यायकी अलग-अलग किताब बनाकर 10 पुस्तकों में 10 अध्याय print किए है | इन दश भागोंमें तत्त्वार्थसूत्र का विस्तृत विवेचन है, जिसमें सूत्र-हेतु, मूलसूत्र, सूत्र-पृथक्, सूत्रार्थ, शब्दज्ञान, अनुवृत्ति, अनेक संदर्भग्रंथो के आधार से तैयार की गई अभिनवटीका, सूत्र-संदर्भ, सूत्र-पद्य, सूत्र-निष्कर्ष; ये दश विभाग है | प्रत्येक अध्याय के अंतमें सूत्र-क्रम, अ-कारादि-क्रम, श्वेतांबर-दिगंबर पाठभेदादि परिशिष्ठ है और दशवें अध्याय के अंतमें शब्दसूची और विषयसूची दिए है | Total Books 555 [1,00,013 Pages] Muni Deepratnasagar's 555 [24]| Publications on 03/07/2015

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