Book Title: Muni Deepratnasagarji ki 555 Sahitya Krutiya
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 39
________________ नमो नमो निम्मलदंसणस्स दीपरत्नसागर की 555 साहित्य-कृतियाँ मुनि दीपरत्नसागर की सर्जन-यात्रा संक्षिप्त में [1] 31-सालोमें→ 5 भाषाओ में, 1,00,013 पृष्ठो में दीपरत्नसागर की 555 किताबो का Print या Net प्रकाशन हुआ | [2] ये 555 कृतियोंके नाम jainelibrary.orgपे देख शकते है [3] 2 DVD→ मुनि दीपरत्नसागरजीने 2 डीवीडी प्रकाशित की है। (A) दीपरत्नसागरजी की साहित्य-कृतियो की DVD -- इस DVD में मेरी 555 कृतियाँ है, जिनके 1,00,013 पृष्ठ है, वे सब एक साथ 25 फोल्डर्स में इस डीवीडी में प्राप्त है। (B) तत्त्वार्थाधिगमसूत्र के 84 प्रकाशनों की DVD -- इस डीवीडी में 'तत्त्वार्थाधिगमसूत्र' की 72 किताबें और 12 लेखो को संकलित किया है, जो श्वेतांबर, दिगंबर और अन्यकर्तृक कृतियाँ है, गुजराती, हिन्दी, संस्कृत, अंग्रेजी तथा अन्य-भाषामें ये रचनाए हुई है, जिन के 27930 पृष्ठ इस DVD में प्राप्त है | [4] 11 यंत्रो का संकलन- 45-आगम, विंशतिस्थानक, उवसग्गहरं, __संतिकरं, भक्तामर, पद्मावती, विद्याप्राप्ति, शनि,राहू,सूर्य,गुरु [5] Net Publications हमारा पूरा साहित्य इंटरनेट पर प्राप्त है [6] दीपरत्नसागरजी की साहित्ययात्रा की प्रशंसा चित्रलेखा, सागरन ज़वेरात, प्रबुद्धजीवन, आगमोद्धारकादि सामायिको, दिव्यभास्कर, गुजरात समाचार, फुलछाबादि अखबार. टीवी-9, ETV, दूरदर्शन आदि चेनल्स तथा रेडियो पर भी हुई है | Total Books 555 [1,00,013 Pages] Muni Deepratnasagar's 555 | [39]| | Publications on 03/07/2015

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