Book Title: Muni Deepratnasagarji ki 555 Sahitya Krutiya
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 33
________________ नमो नमो निम्मलदसणस्स दीपरत्नसागर की 555 साहित्य જિનમંદિર-ઉપાશ્વથ આદિ डि-2-52 શ્રાવકના બાર વતી Hanumaai.ala uslyi ularu-2 Printed भाषा → ४२ती, हिन्दी कुल किताबें, 10, कुलपृष्ठ-490 नेट पब्लिकेशन्स, साईझ A-5, A-6 'साहित्य कति क्रम 546 से 555 5 મુનિ દીપરત્ન-નાગઢ [25-2] ही साहित्यprinted | 6- श्रावना पारवत तथा अन्य नियमा:- सरलता से बारहव्रत ले शके ऐसा स्पष्ट विभाजन, जयणा के लिए अलग खाने इत्यादि से युक्त ऐसी व्रतग्रहण करने के लिए सुन्दर पुस्तिका | 7- सलिनवनपयां:- तिथि, तारीख आदि के साथ नवकारसी से परिमड्ढ, कम्बली का काल, पोरिसी समय, शाम को दो घडी आदि की गिनती के साथ 1984 में निकाला गया सर्व प्रथम प्रकाशन | 8- यमी संप स्थ:- सागर समुदाय के साधुओ के एड्रेस है | 9- श्री ज्ञान५६ ५%81:- व्याखानग्रन्थके आरंभमें, बारसासूत्र, कल्पसूत्र श्रवणके पहले बोलनेके लिए ज्ञानकी स्तुति आदि की छोटीकिताब | 10- मुनि दीपरत्नसागर की साहित्ययात्रा:- इसमें 'दीपरत्नसागर की साहित्ययात्रा' में 2013 तक हुए 491 पकाशनो का वर्णन है, वर्ष अनुसार और भाषा अनुसार दीपरत्नसागरजीकी साहित्ययात्राके बढ़ते कदम और 24 फोल्डरमें समाविष्ट 491 किताबो की पूरी सूची है | Total Books 555 [1,00,013 Pages] Muni Deepratnasagar's 555 [33]| Publications on 03/07/2015

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