Book Title: Muni Deepratnasagarji ki 555 Sahitya Krutiya
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 25
________________ नमो नमो निम्मलदंसणस्स दीपरत्नसागर की 555 साहित्य-कृतियाँ नोनmein सोनलो निमसलन तपार्थ सूत्रणा साधा तत्त्वाभ्यास साहित्य-2 Printed | भाषा, गु.,सं.,प्रा.,हि.,Eng. [1994] कुल किताबें 713, कुलपृष्ठ » 2086 नेट पब्लिकेशन्स, साईझ A-5 साहित्य कृति क्रम 511 से 523 रवार म અભિનવ ટીકા -४ findiaમુનિદીપરત્ન સાગર મુનિ દીપરત્નસાગર [19-2] तत्त्वाभ्यास साहित्यprinted तत्त्वार्थसूत्रना आगमआधारस्थानो' ये संशोधन कक्षाकी किताब है, जिसमें तत्त्वार्थके सभी सूत्रका मूल-आगम संदर्भपाठ और संदर्भ स्थल निर्देश है, श्वेतांबर-दिगंबर पाठभेद तालिका है | इस की मदद से आप तत्त्वार्थसूत्र के किसी भी सूत्रका आगमपाठ खोज शकते है | ___'तत्त्वार्थसूत्र के 84 प्रकाशनों का संपुट' ये 13 पेज की एक पुस्तिका है | जिसमें हमारी बनाई हुई 'तत्त्वार्थसूत्र' संबंधी DVD का परिचय है, फिर भी अगर कोई इस पुस्तिका को संदर्भ समझ कर उपयोग करे तो www.jainelibrary.org की मदद से 72 बुक्स और 12 Articles को पढ़ शकते है | इस DVD में गुजराती, हिन्दी इंग्लिश, संस्कृत और अन्यभाषामें श्वेतांबर, दिगंबर और अन्यकर्तृक कृतियाँ है, जिसमें मूल-तत्त्वार्थसूत्र, सूत्रका अर्थ, सूत्र पर किया गया विवेचन, सूत्र के संबंधमें हए अन्य सर्जन प्राप्त होते है| इस डीवीडी में हमने तत्त्वार्थ सूत्र के 84 प्रकाशनोके 27930 पेजका संकलन किया है | समग्र विश्व में ऐसा और कोई संकलन नहीं मिलेगा | Total Books 555 [1,00,013 Pages] | Muni Deepratnasagar's 555 |[25]] Publications on 03/07/2015

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