Book Title: Muni Deepratnasagarji ki 555 Sahitya Krutiya
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 21
________________ नमो नमो निम्मासमास नमीमा निम्नास नमो नमो निम्मलदंसणस्स दीपरत्नसागर की 555 साहित्य-कृतियाँ आगम-कोसो Print भाषा प्राकृत,संस्कृत,गु४राती [2001] कुल किताबें 75, कुल पृष्ठ 72392 नेट पब्लिकेशन्स, साईझ A-5 साहित्य कृति क्रम 497 से 501 | आगमसइकोसो-१ (कृष्णा अ. ओ पन्नाः आगम-कहा-कोसो आगम-नाम-कोसो मुनि दीपरलमागर मुनि दीपरत्नसागर ' [16] आगम-कोसो Print यहाँ 5 मुद्रित प्रकाशन है→ [1-4] आगम सकोसो, जिसे हम 'A Referential Word Dictionary of 45 Aagam' कह शकते है, [5] आगमनामकोसो, जिसे हम 'A Noun Dictionary of 45 Aagam' कह शकते है | 'आगमसद्दकोसो' में 46000 आगम-शब्द, उनके संस्कृत और गुजराती अर्थ तथा उनके 3,75,000 आगमसंदर्भ आप को मिलेंगे, ये चार भागोंमे और 2200 से ज्यादा पृष्ठो में 'अ' से 'ह' पर्यंत शब्दों को डिक्शनरी रूप से मुद्रित करवाए है | __आप को कोई भी अर्धमागधी आगम-शब्द मूल 45 आगमो में खोजना हो तो मूल आगमो में जहां-जहां वह शब्द का उपयोग हुआ हो वे स्थान इस डिक्शनरी में सरलता से देख शकते है, क्योंकी मैंने प्रत्येक शब्दों के सभी आगम-संदर्भ यहाँ लिख दिए है। आगम-कोस संबंधी हमारा पांचवा प्रकाशन है-- 'आगम नाम कोसो' जो मूल-आगम, नियुक्ति, भाष्य, चूर्णी, व्रत्ति में आनेवाले सभी कथानक और मुख्य नामो की एक डिक्शनरी है | Total Books 555 [1,00,013 Pages] | Muni Deepratnasagar's 555 [21] Publications on 03/07/2015

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