Book Title: Muni Deepratnasagarji ki 555 Sahitya Krutiya
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 19
________________ नमो नमो निम्मलदसणस्स दीपरत्नसागर की 555 साहित्य-कृतियाँ नमो नमो निम्मानसमास मागम यानुयोग-3 माम 5थानुयो Print भाषा , ४राती प्रकाशन वर्ष 2004 कुल किताबें 76, कुल पृष्ठ 7 2172 नेट पब्लिकेशन्स, साईझ A-4 साहित्य कृति क्रम 489 से 494 mund મુનિ દીપ૨rofસાગર [14] माराम थानुयाLPrint ये Print-Publication है, मामसूत्र थानुयो। नामसे हमने 6 किताबोका संपुट बनाया है, इसमें कथानुयोग नामक अनुयोग की मुख्यता है, मूल-आगम, नियुक्ति, भाष्य, चूर्णि और वृत्ति में प्राप्त सभी कथानको को इकट्ठा करके, उन सब कथाओ को अलग अलग विभागो में मैंने रख दी, फिर उनका योग्य संकलन करके गुजराती अनुवाद कर दिया और 6 किताबो में print करवा दिया | इस कथानुयोगमें तीर्थंकर, चक्रवर्ती, वासुदेव, बलदेवादि उत्तम पुरुषो के कथानक; . गणधर, प्रत्येकबुद्ध, निहलव, श्रमण, श्रमणी, और गोशालक के कथानक; . श्रावक, श्राविका, अन्यतिर्थिक, देव, देवी, प्राणी वगेरैह के कथानक तथा प्रकीर्ण कथानको एवं छोटे छोटे दृष्टांतों का समावेश हुआ है | प्रत्येक कथा के अंतमें ऊस कथाके सभी आगम-संदर्भ लिखे है, जिससे मूल स्रोत देख शकते है | छडे भाग के अंतमे मैंने प्रत्येक कथा का अ-कारादि क्रम भी लिख दिया है, जिससे कोई भी कथा आसानीसे मिल शके | Total Books 555 [1,00,013 Pages] | Muni Deepratnasagar's 555 [19]| Publications on 03/07/2015

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