Book Title: Multan Digambar Jain Samaj Itihas ke Alok me Author(s): Kasturchand Kasliwal Publisher: Multan Digambar Jain Samaj View full book textPage 5
________________ सन्देश श्रीमान साहू श्रेयासप्रसाद जी जैन बम्बई मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि श्री मुलतान दिगम्बर जैन समाज ने अपनी धार्मिकता, समाज-सेवा एव सास्कृतिक धरोहर को यथावत कायम रखा है । वस्तुत जयपुर में स्थापित इस सस्था की पृष्ठभूमि युग-युगान्तरो तक स्मरणीय रहेगी। ___ यह भी गौरव का विषय है कि सस्था द्वारा स्थापित दिगम्बर जैन मन्दिर की "रजत जयन्ती" इस वर्ष अप्रेल मे विविध कार्यक्रमो के साथ मनाई जा रही है। यह एक पवित्र अनुष्ठान है । इस अवसर पर "मुलतान दिगम्बर जैन समाज-इतिहास के आलोक मे" पुस्तक का प्रकाशन स्तुत्य है । आशा है, उक्त पुस्तक मे मुलतान जैन समाज के विषय मे व्यापक सामग्री से समाज लाभान्वित होगा और प्रेरणा मिलेगी। इसके सफल प्रकाशन के लिए मैं अपनी शुभकामनाये भेजता हूँ। श्रेयांस प्रसादPage Navigation
1 ... 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 ... 257