Book Title: Multan Digambar Jain Samaj Itihas ke Alok me Author(s): Kasturchand Kasliwal Publisher: Multan Digambar Jain Samaj View full book textPage 3
________________ परमपूज्य एलाचार्य 108 मुनि श्री विद्यानन्द जी महाराज का शुभ सन्देश । मुलतान दिगम्बर जैन समाज धर्मनिष्ठ समाज है । वह अहंदभक्ति, जिनवाणी सेवा एव गुरुभक्ति मे सदैव तत्पर रहती है । अनेक बाधाओ के उपरान्त मुलतान से सभी जिन प्रतिमाओ को, हस्तलिखित शास्त्रो को जयपुर लाना तथा आदर्शनगर मे भव्य एव विशाल जिनालय का निर्माण, शास्त्र भण्डार की सुव्यवस्था एव साधुओ की सेवा सुश्रूषा आदि कार्य, उनकी देवशास्त्र गुरुभक्ति के प्रत्यक्ष उदाहरण है । मुलतान समाज ने भगवान महावीर के 2500 वे परिनिर्माण महोत्सव के अवसर पर महावीर कीर्तिस्तम्भ का निर्माण कराकर एक बहुत ही सुन्दर कार्य किया है । ऐसी जीवित एव क्रियाशील समाज का इतिहास अवश्य लिखा जाना चाहिए। जिससे भविप्य मे उससे प्रेरणा प्राप्त हो सके। इसके लिए मेरा शुभाशीर्वाद है ।Page Navigation
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