Book Title: Karmagrantha Part 1 2 3 Karmavipaka Karmastav Bandhswamitva
Author(s): Devendrasuri, Sukhlal Sanghavi
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 2
________________ पार्श्वनाथ विद्यापीठ ग्रन्थमाला सं. १५६ प्रधान सम्पादक डॉ० सागरमल जैन श्रीमद्विजयानन्दसूरिभ्यो नमः श्रीमद्देवेन्द्रसूरि-विरचित कर्मविपाक अर्थात् कर्मग्रन्थ (प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय भाग) पं. सुखलालजी संघवी कृत हिन्दी अनुवाद और टीका-टिप्पणी आदि (सहित) पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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