Book Title: Jaypayada Nimmitashastra
Author(s): Purvacharya, Jinvijay
Publisher: Singhi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai
View full book text
________________
www.jainelibrary.org
सिंघी जैन ग्रन्थ माला ]
[ जयपायड निमित्तशास्त्र
RAMIN
SOutoCARTS
मासवज्ञायाकरकम
हममानिनम्न ELEASोतमयाथवा माय
मालमियकालजयचाबकानामावलि डायस्थडायपाइडशनाममावस्या
gutierdalahonnagdirigy
एवारागामासयलासदयणमञ्जयझडा समसउद्यानिसहरसासुसकमावमुकता
Phhh
For Private & Personal Use Only
माध्यातायतको यायभायायधरावास्ययावास Nurlanaka ?
लहायातायावादमाया
धरूपानासानानावद्यभनवद्यात्रिय मातस्यराधाशयक्षमावदारागाहामाता बामगाशयानण्वसिहाअसण्यासाररूपीटाति
शाहलचनमश्चयाबखामणिलानाये।
जेसलमेर में प्राप्त प्रतिके आद्य पत्र
Jain Education International
Page Navigation
1 ... 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112