Book Title: Jain Yatra Darpan
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 34
________________ हैं । खान पानकी क्रिया देशकालमुजिब शुद्ध करते हैं। रसोइ जिमानेकी धर्मशाला मालवाके सारे देशमें न्यारी हैं । इंदौरसे दो मील बंशरी साहबकी छावनी है। वहां मंदिर एक है। खंडेलवाल श्रावकोंके तीस घर हैं ॥ इंदौरसे सोला मील बनेडानगर है। गाडी नाडे करके तीन दिनका खानेका सामान लेवे। पूजनकी सामग्री लेके जावे ॥वहां मंदिर एक बहुत बड़ा है। प्रतिमाके समूह बहोतसे हैं। यह मंदिर तथा प्रतिमा बहुत वर्षों की प्राचीन है । इहां सालकी सालमेला चैत शुदी एकादशीसे लगाके चैतसुदी पूर्णिमातक होता है। इहांसे इंदौर आवे ॥ इंदौरसे बडवानीकी यात्रा करनेको जावे॥ गाडीनाडे करे पाँच दिनका खानेका सामान लेवे ॥ ६ ॥ इंदौरसे बडवानी सिद्धक्षेत्र नके मील है। इनके जानेका रस्ता लिखते हैं। इंदौरसे मौकी छावनी चौदा मील है ॥ मंदिर तीन हैं ॥ खंडे लवाल, श्रावकोंके सौ घर हैं १ इहांसे पलास्याग्राम तीन मील है। मंदिर एक है खंडेलवाल श्रावकोंके आठ घर हैं १ इहांसे मानपुरग्राम बारा मील है। मंदिर एक है खंडेलवाल श्रावकोंका एक घर है १ इहांसे बारा मील गुजरीका पहाड है। वहां मंदिर : एक है खंडेलवाल श्रावकोंके तीन घर हैं १ इहांसे बारा मील

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