Book Title: Jain Yatra Darpan
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 39
________________ (११) दारी में नही करे ॥ मांगीतुंगी गजपंथ के वास्ते ॥ पूजनकी सामग्री लेवे ॥ खानेका सामान बारा दिनका लेवे ॥ रस्ता सडकका है ॥ १७ ॥ नांदगांव से मांगीतुंगी साठ मील है | रस्तेमें मालेगांव नगर बडा आता है | मंदिर चैत्यालय हैं ॥ श्रावकोंके घर हैं ॥ इहांसे एक मील छावनी है वहां सदर बजारमें मंदिर एक है ॥ श्रावकों घर हैं ॥ ॥ इहांसे आगे सटाना गांव है | मंदिर एक है | खंडेलवाल श्रावकों के चार घर हैं ॥ इहांसे आगे मांगीतुंगी अठारा मील है ॥ इहां मंदिर दो हैं | और पर्वत ऊपर मंदिर दो ॥ ॥ चंद्रप्रभु स्वामीका ॥ पार्श्वनाथ स्वामीका || और प्रतिमा भी न्यारी हैं | इस पर्वत ऊपरसे ॥ रामचंद्र ॥ हनुमान ॥ सुग्रीव ॥ गवय ॥ गवाख्य ॥ नील ॥ महानील || आदि निन्नानवेंकरोड मुनि मुक्ति गये हैं ॥ इस पर्वतसे उतरके सुधबुद्धके तरफ आवे इहां मंदिर गुफामें दो हैं | मांगीतुंगीसे गजपंथ सिद्धक्षेत्रकी या - arat जावे पिच्यासी मील है | रस्ता सडकका है ॥ रस्तेमें मंदिर नहीं हैं ॥ नाशकसे बीस मील इस तरफ पीपला गांव में स्वेतंबरके मंदिरमें दिगंबर एक प्रतिमा है | खंडेलवाल श्रावकका एक घर है ॥ १७ ॥ मांगीतुंगीसे नाशक अस्सी मील है | नाशकमें गंगा नदीके

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