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जैनविद्या 26
2. समयसार तात्पर्यवृत्ति, गाथा - 1 3. भारतीय संस्कृति में जैनधर्म का योगदान - डॉ. हीरालाल जैन, पृ. 116 प्रका. मध्यप्रदेश शासन,
भोपाल
4. तुलनीय
'व्यवहारे सुषुप्तो यः स जागांत्मगोचरे। जागर्ति व्यवहारेस्मिन सुषुप्त श्चात्मगोचरे।।78॥ - आचार्य पूज्यपाद, समाधितन्त्र
सहायक आचार्य
जैनदर्शन विभाग श्री लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ
नई दिल्ली - [10016