Book Title: Jain Siddhant Bhavan Granthavali Part 02
Author(s): Rushabhchand Jain
Publisher: Jain Siddhant Bhavan Aara
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श्री जैन सिद्धान्त भवन ग्रन्थावली
Shri Devakumar Jain Oriental Library, Jain Siddhant Bhavan, Arrab
Closing : Colophon:
देखे, ऋ० १९२५ । इति सकलीकरण सम्पूर्णम् । ह० पडित परमानदेन वाबू धर्मकुमारस्य पठनार्थ मिति आषाढ शुक्लपक्षे शनिवासरे सवत् १९५५ का। शुभ भूयात् ।
१६२६. समाधिमरण
Opening : गौतम स्वामी व सिरनामी मरण समाधि भला है ।
मोक्ष पाऊ नीस दिन ध्याउ गाउ वचन कलायै ॥१॥ Closing : हास आवे शीव पद पावे बील सुख अनन्ता ।
____ द्यानत सोगत होय हमारी जैनधर्म जइवत ॥२०॥ Colophon: इति श्री समाधिमरण समाप्त.।।
१९३०. सामायिकपाठ
Opening
Closing
आदि ऋषम सनमति चरम तीर्य कर चउबीस । सिद्ध सूरि उवझाय मुनि नमो धारि कर सीस ॥ असे सामायिक पढौ सार जान मुनिवृ द । धर्मराग मति अल्प फुनि भाषामय जयचद ।। इति श्री सामायिक वनिका सम्पूर्नम् ।
Colophon :
१६३१. सामायिक वचनिका
Opening :
Closing : Colophon:
देखे, ऋ० १९३० । देखे, ऋ० १९३० । इति श्री सामायिक वनिका सम्पूर्णम् ।

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