Book Title: Jain Sahitya me Shrikrishna Charit
Author(s): Rajendramuni
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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परिशिष्ट - १
६४. माल्यवान ६७. महासेन
७०. वासत्र
७३. भास्कर
७६. वायुवेग
७६. आदित्यधर्मा
८२. केतुमाली
८५. बृहद्बल
६५. सम्भव
६८. महानाग
७१. वरुण
७४. गरुत्मान
७७. शशिप्रभ
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८०. विष्णुस्वामी
८३. महामाली
८६. सहस्ररश्मि
समग्र सूची जैन ग्रन्थों के आधार पर दी गयी है ।
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६६. महापद्म
६६. महाजय
७२. शतानीक
७५. वेणुदरी
७८. वरुण
८१. सहस्रदिक्
८४. चन्द्रदेव
८७. अर्चिष्मान
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