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जन ज्योतिर्लोक
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है । उससे तेज गमन ग्रहों का, उससे तीव्र गमन नक्षत्रों का एवं सबसे तीव्र गमन ताराम्रों का है ।
एक चन्द्र का परिवार
इन ज्योतिषी देवों में चन्द्रमा इन्द्र है तथा सूर्य प्रतीन्द्र है । अतः एक चन्द्र (इन्द्र) के - १ सूर्य ( प्रतीन्द्र ), ८८ ग्रह, २८ नक्षत्र, ६६ हजार ६७५ कोड़ाकोड़ी तारे ये सब परिवार देव हैं ।
कोड़ाकोड़ी का प्रमाण
१ करोड़ को ? करोड़ से गुणा करने पर कोड़ाकोड़ी संख्या आती है ।
१००००००० १००००००० = १०,०००००००००००००
१ तारे से दूसरे तारे का अन्तर
एक तारे से दूसरे तारे का जघन्य अन्तर १४२६ मोल अर्थात् ' महाकोश है इसका लघु कोश ५०० गुणा होने से LE हुआ उसका मोल बनाने पर २= १४२६ हुआ ।
मध्यम अन्तर—५० यांजन (२०००० मील) का है एवं उत्कृष्ट अन्तर–१०० योजन (४००००० मील) का है ।