Book Title: Jain Dharmamruta Author(s): Hiralal Jain Publisher: Bharatiya Gyanpith View full book textPage 7
________________ जैनधर्मामृत आवश्यक है | विशेष जिज्ञासुओंके लिए प्रत्येक अध्यायके अन्त में यह संकेत कर दिया गया है कि वे उक्त विषयका विशेष अध्ययन अमुक ग्रन्थोंसे करें । वीर सेवा मन्दिर २१. दरियागंज, दिल्ली २१-३-५६ } - हीरालाल शास्त्रीPage Navigation
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