Book Title: Jain Dharm Ki Kahaniya Part 03 Author(s): Haribhai Songadh, Swarnalata Jain, Rameshchandra Jain Publisher: Akhil Bharatiya Jain Yuva Federation View full book textPage 4
________________ प्रथम चार आवृत्ति 20,000 प्रतियाँ पंचम आवृत्ति 5,000 प्रतियाँ (मंगलायतन, अलीगढ़ में आयोजित प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर) दिनांक 31जनवरी से 6 फरवरी, 2003 © सर्वाधिकार सुरक्षित न्यौछावर -सात रुपये मात्र प्राप्ति स्थान अखिल भारतीय जैन युवा फैडरेशन, शाखा-खैरागढ़ श्री खेमराज प्रेमचंद जैन, 'कहान-निकेतन' खैरागढ़ - 491881, जि. राजनांदगाँव (म.प्र.) पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट ॐ अनुक्रमणिका ए-4, बापूनगर, जयपुर - 302015 | एकथा बंदर एकथा मेंढक ब्र. ताराबेन मैनाबेन जैन कहाँ है मेरा चिदानंद 'कहान रश्मि', सोनगढ़ - 364250 प्रभु? जि. भावनगर (सौराष्ट्र) भाव परिवर्तन की कला महान भावपरिवर्तक बहुरूपी ब्रह्मगुलाल कलाकार अंगारक कीकथा आत्मसाधक टाईप सेटिंग एवं मुद्रण व्यवस्था - वीरगजकुमार जैन कम्प्यूटर्स, द्वारिका कैसेजली श्री टोडरमल स्मारक भवन, मंगलधाम, श्रीकृष्ण की मृत्यु ए-4, बापूनगर, जयपुर - 302015 पाण्डवों का वैराग्य फान : 0141-2700751 वैराग्य भावना फैक्स : 0141-2709865Page Navigation
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