Book Title: Gandharwad Kavyam
Author(s): Sushilsuri
Publisher: Sushilsuri Jain Gyanmandiram

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Page 391
________________ का लाभ सुन्दर मिला। अमावस के दिन सोजत सिटी से विहार कर पूज्यपाद आचार्य म. श्री आदि अटपड़ा गाँव पधारे। बिलाड़ा नगर में प्रवेश और तीनों जिनमन्दिरों के शिखर पर नूतन ध्वजारोहण महा सुद १ शुक्रवार दिनांक ३०-१-८७ के दिन अटपड़ा से विहार द्वारा बिलाड़ा गाँव पधारते हुए परम पूज्य आचार्यदेव श्रीमद् विजय सुशील सूरीश्वरजी म. सा. आदि का श्रीसंघ ने बेन्ड आदि युक्त स्वागत किया। श्री विमलनाथजिनमन्दिरादि के दर्शन करके पूज्यपाद आचार्य म. सा. आदि श्री जिनचन्द्र कुशल सूरीश्वरजो दादावाड़ी में पधारे। वहाँ पर पूज्यश्री के मंगल प्रवचन के बाद प्रभावना हुई। दोपहर में श्री विमलनाथजिनमन्दिर में श्री पार्श्वनाथ पंचकल्याणक पूजा प्रभावना समेत शा. मांगीलाल पुखराज जी की तरफ से पढ़ाई गई। श्रीसंघ की साग्रह विनंति को स्वीकार कर पूज्यपादश्री ने वसन्त पंचमी तक पाँच । १५८ )

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