Book Title: Gandharwad Kavyam
Author(s): Sushilsuri
Publisher: Sushilsuri Jain Gyanmandiram

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Page 420
________________ पारणा के उपलक्ष में सादड़ी शहर में चल रहे महोत्सव की अनुमोदना के साथ आज के पारणा के प्रसंग पर पूज्यपाद प्राचार्य म. सा. के सदुपदेश से अपनी ओर से शा. मांगीलाल घीसूलाल बदामिया ने सादड़ी शहर में नूतन श्रीपार्श्वनाथ प्रभु की ५१ इंच की भव्य प्रतिमा की विशाल परिकर युक्त अंजनशलाका पूर्वक प्रतिष्ठा महोत्सव उजववानी जाहेरात की । सर्वमंगल के बाद श्री राणकपुर तीर्थ में ५०० आयंबिल करने वाली श्रीमांगीलाल घीसूलाल की माताजी ने सुखपूर्वक सानन्द पारणा किया । उसी दिन बदामिया परिवार की ओर से दादा के दरबार में 'श्रीसिद्धचक्र महापूजन' विधिपूर्वक पढ़ाया गया । तथा स्वामीवात्सल्य भी सभी यात्री वर्ग और पेढ़ी के पूर्ण स्टाफ के साथ में हुआ । १३ सादड़ी शहर में शान्तिस्नात्र युक्त अष्टाका महोत्सव ज्येष्ठ ( वैशाख) वद ७ मंगलवार दिनांक १६-५-८७ के दिन श्रीराणकपुर तीर्थ से विहार द्वारा सादड़ी शहर में पधारते हुए परम शासन प्रभावक परम पूज्य आचार्यदेव ( १८७ )

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