Book Title: Dhaturatnakar Part 1
Author(s): Lavanyasuri
Publisher: Rashtriya Sanskrit Sansthan New Delhi

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Page 623
________________ 606 धातुरत्नाकर प्रथम भाग रींच् डीच् गतौ 1245 धींच् 1246 मींच् 1247 1248 लीच् 1249 1250 व्रींच् वृत्स्वादिः 1251 पीच् 1252 1253 प्रींच् 1254 युजिच् पाने पीना 1255 1256 1257 1258 1259 सृजिंच् वृतूचि पदिच विदिंच खिदिंच 1260 1261 1262 1264 1265 1266 1267 युधिंच् अनो रुधिंच बुधिं 1263 मनिच् अनिच् जनैचि दीपैचि तर्पिच अनादरे To disrespect अनादार करना हिंसायाम् To kill मारना स्रवणे To ooze रिसना श्लेषणे To embrace गले लगना To go जाना वरणे To accept स्वीकार करना To drink गतौ To go जाना प्रीती To love प्रेम करना समाधौ। समाधिश्चित्तवृत्तिनिरोधः To contemplate in समाधिस्थ होना solitude विसर्गे To make, to arrange बनाना, रचना वरणे To accept स्वीकार करना गतौ। गतिर्यानं ज्ञानश्च To go जाना सत्तायाम्। सत्ता भावः To become होना दैन्ये। To be sorry, to be खेद प्रकट करना, poor दीन होना सम्प्रहारे। सम्प्रहारो हननम् To fight युद्ध करना कामे। काम इच्छा To wish इच्छा करना ज्ञाने To know जानना प्राणने To breathe प्राण धारण करना प्रादुर्भावे। प्रादुर्भाव To be produced उत्पन्न करना दीप्तौ To shine चमकना ऐश्वर्ये वा। तपंधूप संतापे इत्यस्यैवैश्वर्ये To be lord स्वामी होना दिवादित्वामात्मनेपदं वा विधीयते आप्यायने। आप्यायनं To increase वृद्धि होना जरायाम्। जरा वयोहानिः To grow old वृद्ध होना To go जाना स्तम्भे To be proud अभिमान करना त्वरायाम्। घुरादय: षडपि हिंसायां To haste उतावला होना चकाराद्यथापथमुक्तेषु जरादिषु दाहे To burn जलाना उपतापे To be afflicted दुखित होना अल्पत्वे To be small छोटा होना दीप्तौ To shine चमकना To make noise शब्द करना 1268 1269 1271 1273 1274 गतै पूरैचि घूरैङ् 1270 जूरैचि धूरैङ् 1272 गूरैचि शूरैचि तूरैचि घुरादयः हिंसायाश्च चूरैचि किशिच् लिशिंच् काशिच् वाशिच् 1275 1276 1277 1278 1279 शब्दे Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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