Book Title: Dhaturatnakar Part 1
Author(s): Lavanyasuri
Publisher: Rashtriya Sanskrit Sansthan New Delhi

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Page 626
________________ 1350 1351 1352 1353 जर्ज 1354 झर्झत् 1355 उद्झत् 1356 जुडत् 1357 पृड 1358 मृडत् 1359 कडत् 1360 पृणत् 1361 तुणत् 1362 मृणत् 1363 दुणत् 1364 पुणत् 1365 मुणत् 1366 कुणत् 1367 1369 1370 1371 1372 रुजत् भुजोत् टुमस्जॉत् 1381 1383 1385 1387 1389 1390 घुण 1368 घूर्णत् चृतैत् णुदत् पद्लृत् विधत् 1373 1375 1376 1377 तृफ 1378 तृम्फत् 1379 ऋफ 1380 ॠम्फत जुन 1374 शुनत् छुपत् रिफत् दृफ 1382 दृम्फत् गुफ 1384 गुम्फत् उभ 1386 उम्भत् शुभ 1388 शुम्भत् दुधैत् लुभत् Jain Education International भने To break तोड़ना कौटिल्ये To be crooked टेडा करना शुद्ध शुद्धा स्नानं बुडनं च लक्ष्यते । To bathe, to sink in स्नान करना, में डूबना पानी water To talk बातचीत करना To abandon To go To make happy To be proud To please To be crooked To kill To be crooked, to go To do auspicious act To promise To sound, to support परिभाषणे उत्सर्गे गतौ सुखने मदे प्रीवणे कौटिल्ये हिंसायाम् गतिकौटिल्ययोश्च चकारार्द्धिसायाम् शुभे शुभ शुभविषया क्रिया प्रतिज्ञाने शब्दोपकर्णयोः भ्रमणे हिंसाग्रन्थयो: प्रेरणे अवसादने विधाने गतौ स्पर्श कथनयुद्धहिंसादानेषु तृप्तौ हिंसायाम् उत्क्लेशे ग्रन्थेने पूरणे शोभार्थे ग्रन्थे विमोहने विमोहनं व्याकुलीकरणम् । To wander, to hurt To hurt To drive To be unhappy To cut, to honour, to work_according to rite To go To touch To tell, to fight To be contented To kill, to hurt To fell distressed To sew To fill To shine To fasten to arrange To perplex For Private & Personal Use Only त्याग करना जाना प्रसन्न होना गर्वित होना प्रसन्न होना वक्रता करना मारना वक्रता करना, जाना शुभकार्य करना वचन देना 609 शब्द करना, आधार देना घूमना, आहत करना आहत करना प्रेरणा देना दुःखी करना छेदन करना, आदर करना, विधि के अनुसार कार्य करना जाना स्पर्श करना कहना, तृप्त होना हिंसा करना, आहत युद्ध करना करना पीड़ा देना बुनना भरना चमकना गूँथना उलझना www.jainelibrary.org

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