Book Title: Chandraprabha Hemkaumudi
Author(s): Meghvijay
Publisher: Jain Shreyaskar Mandal Mahesana

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Page 471
________________ श्रीचंद्रप्रभा (हैमकौमुदी) शब्दानुशासनसूत्राणाम् अकारादिवर्णक्रमसूची। | पृष्टम् पृष्ठम् सूत्रम् सूत्रम् अ. | २०४ अस्थाच्छन्नादेरञ् ॥६॥६॥ ४०० अच् ॥५॥४९॥ १६ अइउवर्ण-देः ॥रा४१॥ ४८ अचः ॥१॥४॥६९॥ २ अंअ:-गौ ॥१॥१॥९॥ |४०१ अचि ॥४॥१५॥ ३ अं क -ट् ॥११॥१६॥ ४०५ अचित्ते टक् ।।५।१।८३॥ २२७ अंशं हारिणि ॥७११८२।। ४८ अच् प्रा-श्च ।।२।१०४॥ २५२ अंशाहतोः ॥७॥४॥१४॥ ४१५ अजातेः पञ्चम्याः ॥५॥१११७०॥ २२२ अ: सपन्याः ॥७१।११९॥ ४१३ अजातेः शीले ॥५॥११५४॥ २८३ असजिदृशोऽकिति॥४४९११॥ २४७ अजाते-वा ॥३॥३५॥ १६१ अ स्थानः ॥६१।२२।। १६५ अजादिभ्यो धेनोः॥६३४॥ २६७ अकखाद्य-वा ॥२॥३॥८॥ ७१ अजादेः ॥रा४१६।। २१६ अकधिनोश्च रक्षेः ॥४॥२॥५०॥ ९८ अज्ञाने ज्ञः षष्ठी ॥रा।८०॥ २५५ अकद्रूपा-ये ॥७॥४।६९॥ ७१ अञ्चः ॥२४॥३॥ १०० अकमेरुकस्य ॥२।२९३॥ ४८ अञ्चोऽनायाम् ॥४॥२॥४६॥ १८२ अकल्पात् सूत्रात् ॥दा२।१२०॥ ८ अञ्व र्ग-तः ॥२॥३३॥ १०६ अकालेऽव्ययीभावे ॥२१४६॥ १६ अजूवर्गात्-न् ॥१२॥४०॥ ११२ अकेन क्रीडाजीवे ॥१८॥ | ३५५ अट्यर्तिन-र्णोः ॥३४॥१०॥ १३८ अक्लीवेऽध्वर्युक्रतोः ॥११११३९॥ २६३ अधातोरा-ङा ॥४॥२९॥ १४४ अक्ष्णोऽप्राण्यङ्गे ॥७३८५।। ७४ अणयेक-ताम् ॥२४॥२०॥ १५२ अगिलागिलगिलयो॥३२॥११॥ ३७४ अणिकर्मणिक-तौ ॥२३२८८॥ ३९५ अग्निचित्या ॥५॥१॥३७॥ ३७७ अणिगि प्राणिक-गः ॥२१०७॥ ४१४ अश्वेः ॥५॥१॥१६॥ २८० अतः ॥४॥३२८२॥ ११९ अग्रहानुपदेशेऽन्तरदः ॥१५॥ २४ अतः कृकमि-स्य ॥राश५॥ २७५ अघक्यबल-वीं ॥ २॥ २६३ अतः प्रत्ययाल्लुक ॥४२।८।। १८ अघोषे प्र-टः॥१३॥५०॥ २९४ अतः शित्युत ॥४ा।८९॥ २६९ अघोषे शिटः ॥४॥४५॥ ४५ अतः स्यमोऽम् ॥१४/५७॥ २८१ अङप्रतिस्त-म्भः ॥२२२४१॥ २९ अत आ:-ये ॥१॥४॥१॥ ३१. अड़े हिहनो-र्वात् ॥४३४॥ १६३ अत इञ् ॥६॥१॥३१॥ ३४५ अङ्गानिरसने णि ॥२४॥३८॥ २४४ अतमवादे-घर ॥७॥११॥ चं, प्र. ५९

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