Book Title: Chandraprabha Hemkaumudi
Author(s): Meghvijay
Publisher: Jain Shreyaskar Mandal Mahesana
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पृष्ठम्
पृष्ठम् सूत्रम्
सूत्रम् १४६ न किमः क्षेपे ॥२७॥ १२ न द्वित्वे ॥२१४७॥
८१ नखमुखादनानि ॥४॥४०॥ 1१८८ नद्विरद्वय-त् ॥६२।६१॥ १९८ नखादयः ॥१२८।।
३५ न नाङिदेत् ॥१४॥२७॥ ३९२ न ख्यापूर-श्व ॥२।३।९०॥ १३५ न नानि ॥१३३९७६॥ १९२ नगरात्कुत्सादाक्ष्ये ॥६॥४९॥ २२२ न नुपूजार्थध्वचित्रे ॥४११०९॥ ४०५ नगरादगजे ॥५॥१८७।। | ३८३ ननौ पृष्टोक्ती-त् ॥५॥२॥१७॥ ३५६ न गृणाशुभरुचः ॥२४॥१३॥ ४०० नन्द्यादिभ्योऽनः ।।५।१५२॥ ११८ नगोऽप्राणिनि वा ॥२११२७॥ ३८४ नन्वो वा ॥५॥१८॥ ४०९ नग्नपलित-कमो ॥५॥१२८॥ ४५ नपुंसकस्य शिः ॥१४॥५५॥ ३२२ न जनवधः ॥४३॥५४॥
१०८ नपुंसकाद्वा ॥७३२८९॥ ११८ नञ् ॥३॥१५॥
१६२ न प्राग्जितीये स्वरे ॥६।१।१३५॥ २५२ नमः क्षेत्रज्ञे-चेः॥४॥२३॥
४ न प्रादिरप्रत्ययः ॥२४॥ ११८ नात् ॥शरा१२५॥
३५० न बदनं संयोगादिः ॥४॥१॥५॥ १२३ नमव्यया-डः ॥७॥१२३॥ २३ नमस्परसो-सः ॥३१॥ २५१ नत्रखङ्गादेः ॥७॥४॥९॥
३६१ नमोवरियश्चिन्नङो-यें ॥२४॥३७॥ ४३३ नमोऽनि: शापे ॥५।३।११७॥ १७९ न राजन्य-के ॥रा४९४॥ १३५ नमोऽर्थात् ॥७३॥१७॥ २१६ न राजाचार्य-5णः ॥१॥३६॥ १४६ नञ्तत्पुरुषात् ॥३७१॥ ६२ न रात्वरे ॥१३॥३७॥ ११२ नसुदुर्व्यः-वा ॥७।१।१३६॥ १२४ नरे ॥३।२।८०॥ १४४ नसुव्युप-रः ॥७॥१३॥ ३९६ न वञ्चे गतौ ॥४।१।११।। १८३ नडकुमुदवेतस-डित् ॥६।२७४॥ ३२ नवभ्यः -वा ॥१॥४॥१६॥ १८३ नडशादाद बलः॥६२७॥ . ५७ न वमन्तसंयोगात् ।।२।१।१११॥ १६५ नडादिभ्य आयनण् ॥६॥१॥५३॥ २०५ नवयज्ञादयोऽ-न्ते ॥६॥४७३॥ ९८५ नडादेः कीयः ॥६॥२९॥ २९७ न वयो य ॥४॥२७॥ ४१८ न डी शी -दः॥४॥ २७॥ १५३ नवाऽखित्कृद-त्रेः ॥३२२११७॥ ४२२ न णियसूद-क्षः॥५॥४५॥ २५६ नवा गुणः-रित् ॥४॥८६॥ २४५ न तमवादिः-भ्यः ॥७७३।१३।। २१० नवाणः ॥६४१४२॥ ४०३ न तिकि दीर्घश्च ॥४।२।५९॥ २४२ नवादीन-स्य ||२१६०॥ १३९ न दधिपयआदिः ॥१११११४५॥ २६१ नवाद्यानि शत-दम् ॥३१॥१९॥ ११८ न दिस्योः॥४६॥
। ८५ नवापः ।।२।४।१०६॥ १३९ नदीदेशपुरा-नाम् ॥३११४२॥ .३१२ नवा परोक्षायाम् ॥४४॥ १०८ नदीभिर्नानि ॥३२२७॥ ४१८ नवा भावारम्भे ॥४॥४॥७२॥ १८९ नद्यादेरेयण् ॥६३॥२॥
१९४ नवा रोगातपे ॥६३२८२।। १८३ नद्यां मतुः॥ ७॥
} ७८ नवा शोणादेः ॥२॥४॥३१॥
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