Book Title: Bruhad Dharana Yantra
Author(s): Darshanvijay
Publisher: Charitra Smarak Granthmala

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Page 41
________________ श्रीवृहद् धारणार्यत्र। साधक अक्षर-कु, कू। aur . साध्यं नाम । । सम अशुभ साध्यं । तारा: । योनिः | वर्ग:! विशोपक गयाः राशि नाही स्वकीयं । ६ थान | कलभ्य मनुष्य मिथुन | माय विरुध्धं ८१३ हरिण राक्षस . क. माद्यवेध ऋषभनाथ अशुभ अजितनाथ ०॥ , श्रेष्ठ ३ संभवनाथ स्वराशि ४ | अभिनंदन । भवेध सुमतिनाथ ! अशुभ भशुभ शुभ ६ पद्मप्रभु श्रेष्ठतर सुपार्श्वनाथ चंद्रप्रभु अशुभ | वैर मध्यम शत्रु सुविधिनाथ अशुम सम ! वेध शीतलनाथ स्वगण । श्रेयांसनाथ मध्यम वासुपूज्य मध्यम | विमलनाथ श्रेष्ठ अनंतनाथ धर्मनाथ अशुभ अशुभतर | शांतिनाथ | वेध कुंथुनाथ | अशुभ भरनाथ १६ मल्लिनाथ अशुभ | मुनिसुव्रत प्रोति २१ नमिनाथ ! मशुभ २२ नेमिनाथ श्रेष्ठतर २३ पार्श्वनाथ शभ २४ वर्धमान अशुभ श्रेष्ठतर भवेध महावीर राशि पतिः एकनाथ वर्ग पश्यं नक्षत्रं । युजी मिथुन बुध । । कन्या. | शुद्र । विनासिंह धनं भाद्रा । मध्य : वेध अशुभ - Aags : : मात्रा

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