Book Title: Bhimsen Nrup Charitra Author(s): Ajitsagarsuri Publisher: Sagargaccha Jain Sangh Sanand View full book textPage 5
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra ***************←+OK+****@** *** www.khatirth.org समर्पणम् । भारतीभूषितभूमण्डलेऽस्मिन्नखण्डितब्रह्मव्रतशालिनोनिरवद्यस्याद्वादमुद्रा ङ्कितमार्गमवर्त्तकस्य जैनतत्त्वनिदिध्यासनैकप्रवणचेतसो न्यायशास्त्रविशारदस्य निखिलजनोवृतिविधानोपदेशप्रदानप्रवरस्य, तपागच्छ नभोमणिविद्वज्जनमाननीयाऽनेक जैनतत्त्वादर्शकग्रन्थोत्पादक योगनिष्टाध्यात्मज्ञानदिवाकरश्रीमद्बुद्धिसागरसूरीश्वर चरणकमल रोलम्बायमानस्य प्रवर्त्तकपन्यास श्रीमद्-ऋद्धिसागरमुनीश्वरस्य करकमले श्री भीमसेन नृपचरित्रमिदं सादरं निधाय निजात्मानमहं कृतकृत्यंमन्ये । ले० मुनिहेमेन्द्रसागरः । For Private And Personal Use Only Acharya Shri Kassagarsuri Gyanmandir ******************++******+******++)Page Navigation
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