Book Title: Bhattarak Sampradaya Author(s): V P Johrapurkar Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur View full book textPage 9
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Achar (७) अनुक्रमणिका संपादकीय प्राक्कथन अनुक्रमणिका संकेतसूची Introduction शुद्धिपत्र प्रस्तावना - १ ऐतिहासिक स्थान २ उत्पत्ति और पार्श्वभूमि ३ परंपराभेद और विशिष्ट आचरण ४ स्थल और काल ५ कार्य-मूर्तिप्रतिष्ठा ६ ग्रन्थलेखन और संरक्षण ७ शिष्यपरम्परा ८ जातिसंघटना ९ तीर्थयात्रा और व्यवस्था १० चमत्कार ११ कलाकौशलका संरक्षण १२ अन्य सम्प्रदायोंसे सम्बन्ध १३ परस्पर सम्बन्ध १४ शासकोंसे सम्बन्ध १५ उपसंहार १-२९९ भट्टारकसम्प्रदाय - १ सेनगण २ बलात्कारगण-प्राचीन ३ , कारंजाशाखा For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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