Book Title: Bharatvarsh ka Itihas aur Jain Dharm Author(s): Bhagmalla Jain Publisher: Shree Sangh Patna View full book textPage 105
________________ (8) उनको अनेकानेक धन्यवाद देना अपना कर्त्तव्य समझते हैं। हमारा विश्वास है कि यदि सभी लेखक महानुभाव इसी प्रकार सत्य की शोध के लिये तत्पर रहो करें तो हमारी उन्नति कुछ दूर नहीं है। - - . NUARIUILSH 1-ANPage Navigation
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