Book Title: Avashyak Niryukti Part 03
Author(s): Aryarakshitvijay
Publisher: Vijay Premsuri Sanskrit Pathshala

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Page 390
________________ नियुक्तिभाष्यादिश्लोकानां अकारादिक्रमः . 3७८ अट्टविहंपिय कम्म ..... ॥९२०॥ | अद्धत्तेरसकोडी उक्कोसा... ॥३३२॥ अरमल्लिअंतरे दुण्णि .... ॥४२०॥ अट्ठावयंमि सेले ...... ॥४३४॥ | अद्धद्धं अहिवइणो .... ॥५८७॥ | अरहंत चक्कवट्टी ..... भा.४९॥ अट्ठावयचंपुज्जित०.... ॥३०७॥ | अद्धभरहमज्झिल्लुति... ॥१५१॥ | अरहंतनमुक्कारो एवं ..... ॥९२५॥ अट्ठावासा दो वास०... भा.१३३॥ | अद्धा पच्चक्खाणं..... ॥१५८०॥ | अरहंतनमुक्कारो जीवं...... ॥९२३॥ अद्वैव गया मोक्खं ..... ॥४०१॥ अद्धाइ अवट्ठाणं,..... ॥१८॥ अरहंताई निअमा साहू..... ॥१००७॥ अठत्तरं च वासा..... ॥६५६॥ | अद्धाणे पलिमंथो ...... पा. २४॥ अरहंतुवएसेणं सिद्धा .... ॥१००९॥ अडविं सपच्चवायं .... ॥९०५॥ | अद्धाणे पासाए ...... ॥१२४३॥ अरिहंत सिद्ध..... ॥१७९॥ अडवीइ देसिअत्तं १ .... ॥९०४॥ | अनिअयवासं सिद्धत्थ०.....॥४९२॥ अरिहंतनमुक्कारो धन्नाण....॥९२४॥ अड्डाइज्जा ( अद्भुट्ठा)...॥२८४॥ अन्नं इमं सरीरं...... ॥१५५४॥ अरिहंतनमुक्कारो सव्व .... ॥९२६॥ अड्ढाइज्जेहिं राइंदि०..... ८७५॥ | अन्नत्थ निवडिए ..... ॥१५९३।। अरिहंतसिद्धपवयण..... ॥५१॥ अण मिच्छ मीस.... ॥१२१॥ अरिहंति वंदणनमंस०..... ॥९२१॥ अन्नयरपमायजुयं ....... ॥१३४२॥ अणथोवं वणथोवं.... ॥१२०॥ | अन्नाविवासरीरे पंता..... पा.३९॥ अरिहो उ नमुक्कारस्स .... ॥९०८॥ अणदंसनपुंसित्थी.... ॥११६॥ अन्नियपुत्तायरिआ..... ॥११८४॥ अलियमुवघायजणयं ..... ॥८८१॥ अणभोग कारणेण...... पा.११॥ अपराजिअ १८ विस्स०.... ॥३२९॥ अलोए पडिहया ..... ॥१५९॥ अणागयमइक्कंतं...... ॥१५६५॥ अपुहुत्ते अणुओगो..... ॥७७३॥ अवणामा दुन्नऽहा०...... ॥१२०४॥ अणाढियं च थद्धं.... ॥१२०८॥ अप्पंपि सुयमहीय..... ॥१९॥ अवरज्जुयस्स तत्तो..... पा.६१॥ अणिआणकडा रामा ..... ॥४१५॥ अप्पक्खरमसंदिद्धं ..... ॥८८६॥ अवरविदेहे गामस्स.... भा. १॥ अणिगृहंतो विरियं ...... ॥११७०॥ अप्पग्गंथमहत्थं बत्ती०.... ॥८८०॥ अवरविदेहे दो वणिय.... ॥१५३॥ अणिमिसिणो सव्व.... भा.१८७॥ अप्पुव्व० ..... ॥४५३॥ अवरेण भवण..... अणुओगो य नियोगो.... ॥१३१॥ भा. ११८॥ अणुकंपऽकामणिज्जर ..... ॥८४५॥ अवहासंमोहविवेगवि.... ॥ध्या.९०॥ अप्पुव्वं दट्टणं ....... ॥११२६॥ अप्पुव्वनाणगहणे.... ॥१८१॥ अवियारमत्थवंजण..... ॥ध्या.८०॥ अणुकंपा वेयड्ढो ...... ॥१२९७॥ अव्वाबाहं दुविहं ..... अब्भंतर मज्झ बहिं ..... ॥५४९॥ अणुगामिओ...... ॥१२२४॥ ॥५६॥ असंजयंन वंदिज्जा ..... ॥११०६॥ अब्भत्थणाए मरुओ.... ॥६८०॥ अणुभासइ गुरुव०.... भा.२५१॥ अभितरमललि०..... ॥१४११॥ असज्झाइयनि०....... ॥१४१८॥ अणुमाणहेउदिटुंत० ..... ॥९४८॥ अणुवकयपराणुग्ग०..... ॥ध्या.४९॥ अब्भितरलद्धीए,..... ॥३॥|असज्झाइयनिज्जुत्ती...... ॥१३२२॥ अब्भुटाणे विणए ..... ॥८४८॥ अण्णाणमारुएरिय०.... ॥ध्या.५७॥ असज्झाइयनिज्जुत्ती...... ॥१४१७॥ अण्णायया अलोहे..... ॥१२७६॥ अब्भुवगर्ममि नज्जइ.... ॥६६९॥ | असज्झायं तु दुविहं ...... ॥१३२३॥ अतरंतो उनिसन्नो ...... ॥१४९८॥ अभए १ सिटि २ ..... ॥९४९॥ असणं पाणगंचेव,..... ॥१५८८॥ अत्यं भासइ..... ॥१२॥ अभिकंखतेहिं सुहा०.... ॥७०८॥ असणं पाणगंचेव, .... ॥१५९२॥ अत्थकरो अहिअ०..... ॥१०७५॥ | | अभिवाहारोकालि०..... |भा. १८२॥ | असरीरा जीवघणा .... ॥९७७॥ अत्था णं ओगहणंमि..... ॥३॥ | अभिसंभूआ सासत्ति..... ॥१०८१॥ | असहाइ सहायत्तं ..... ॥१००५॥ अथिरस्स पुव्वगहियस्स.... ॥७०१॥ | अमणुण्णाणं...... ॥ध्या.६॥ | असिअसिरओ ..... ॥१९२॥ अद्धट्ठमलक्खाइं .... ॥२९०॥ अमरनररायमहिओ ..... ॥५४०॥ | असिअसिरओ सुन०.... ॥भा.७०॥ अद्धट्ठमा सहस्सा ॥२९६॥ | अमुगं दिज्जउ मज्झ.... भा.२४२॥ | असिवाइकारणेहि ॥पा.५६॥ अट्ठमा सहस्सा २०..... ॥२७६॥ | अयले १ विजए २ .... भा.४१॥ | असिवे ओमोयरिए.... पा.१२॥ अद्धत्तेरस लक्खा ..... ॥२८०॥ । अयसिवणं व कुसु०.... भा. १०३॥ | असिवोमाघयणेसुं..... ॥१३६१॥

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