Book Title: Avashyak Niryukti Part 03
Author(s): Aryarakshitvijay
Publisher: Vijay Premsuri Sanskrit Pathshala
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૩૮૦ આવશ્યકનિયુક્તિ • હરિભદ્રીયવૃત્તિ-અકારાદિક્રમ असुइट्ठाणे पडिया ...... ॥१११२॥
[आ]
आमोसहि विप्योसहि .... ॥१९॥ अस्संजमो य एक्को .... ॥७४०॥ | आ(अव)लोअचलं...... ॥१५१६॥
आयंबिलम गायं०..... ॥१६११॥ अस्सजयमणुएहि ...... पा.६६॥ | आइगरुदसाराणं ..... ॥४२४॥
आयंसघरपवेसा भरहे .... ॥४३६॥ अस्सायमाइयाओ .... ॥५७३॥
आइन्न पिसिय म०..... ॥१४००॥| आयरिए य गि० ...... पा.७५॥ अस्सावगपडिसेहो ..... ॥३६५॥ आइमकाउस्सग्गे ..... ॥१५०४॥ आयरिय उवज्झाए .... ॥११९६॥ अस्सिणिकि- ...... पा.४३॥ आइल्लाणं तिण्हं ..... ॥भा.१६२॥ आयसमुत्थमस०..... ॥१४०४॥ अह अण्णया कयाई ..... ॥३५०॥ आउज्जनकुसलावि..... ॥११४५॥| आया खलु सामइयं.... ॥७९०॥ . अह ऊणअट्ठवा०..... भा.७२॥| आउट्टियाऽवराह ..... ॥१४१२॥
आया हु कारओ ..... ॥१०३५॥ अह खंतिमद्दवज्जव..... ॥ध्या.६९॥ आउत्तपुव्वभणियं ..... ॥१३७८॥ आयारो नाणाई ........ ॥९९५॥ अह चित्तसुद्धप०... ॥भा.६१॥ | आओवमाइ परदु०..... ॥१०३२॥ आयाहिण पुव्वमुहो ..... ॥५५६॥ अह छउमत्थस्स .... ॥ध्या.८४॥| आगमउवएसाणाणि...... ॥ध्या.६७॥ | आरुग्गबोहिलाभं ...... ॥१०९४॥ अह तं अम्मापि०..... ॥भा. ७६॥ | आगमसत्थग्गहणं,..... ॥२१॥ | आरोढुं मुणिवणिया...... ध्या.६०॥ अहतं पागडरूवं.... ॥३६०॥ आगमसिद्धो सव्वंग०..... ॥९३५॥ आरोवणा य भयणा ..... ॥९०२॥ अह दव्ववग्गणाणं,.... ॥३९॥ आगारेऊण परं..... ॥१४५७॥ आलंबणहीणो पुण..... ॥११७४॥ अह दिवसे ..... ॥भा.४८॥ आगासस्स पएसा ..... भा.१९८॥ आलंबणाइ० ..... ॥ध्या. ४२॥ अह पुण निव्वा०..... ॥१३६६॥ आघोसिए बहूहि...... ॥१३७५।। आलंबणाण लोगो ...... ॥११८९॥ अह भगवं भवमहणो ..... ॥४३३॥
आणयपाणयकप्पे, .... ॥४९॥ आलंबणेण केणइ ...... ॥११७२॥ अह भणइ जिणवरिंदो .... ॥३६९॥
आणागिज्झो अत्थो ..... ॥१६२०॥ आलइअमालमउडो.... ॥भा. ९५॥ अह भणइ जिणवरिंदो ..... ॥३७३।।
आणाबलाभिओगो.... ॥६७७॥ आलएणं विहारेणं...... ॥११४९।।। अह भणइ णेगमेसिं.... भा. ५१॥
आपुच्छण किइ०...... ॥१३७२॥ आलएणं विहारेणं ...... ॥११५०॥ अह भणइ नरव० ..... भा.४४॥
आपुच्छणा उ....... ॥६९७॥ आलभिआए वासं ..... ॥४८८॥ अह भणइ नरवरिंदो ... ॥३७२॥
आभट्ठो य जिणेणं..... ॥६०७॥ आलभियाए हरि ..... ॥५१५॥ अह वड्ढइ सो ..... ॥१९१॥
आभट्टो य जिणेणं ..... ॥५९९॥ आलस्स मोहऽवण्णा .... ॥८४१॥ अह वड्ढइ सो ...... भा.६९॥
आभट्ठोय जिणेणं..... ॥६०३॥ आलुक्कड़ अपलुक्कइ... ॥१०५८॥ अह वयपरियाएहि.... ॥७१२॥ आभट्ठो य जिणेणं .....
आलोअंमि चिलं.... ॥१४०२॥ अह सत्तमंमि.... भा. ५९॥
आभट्ठो य जिणेणं ..... ॥६१५॥ आलोअणा य १.... ॥भा.१७८॥ अह सव्वदव्वपरिणाम.... ॥७७॥ अहमवि भे खामेमी ...... ॥१५३०॥
आभट्टो य जिणेणं ..... ॥६१९॥ आलोइए विणी०.... भा. १८०॥ अहयं च दसाराणं..... ॥४३२॥
आभट्ठो य जिणेणं.... ॥६२३॥ आलोयण पडिक्क०..... ॥१४१९॥
आभट्ठो य जिणेणं ..... ॥६२७॥ आलोयणा निरव०.... अहयं तुब्भं एय..... ॥६७३॥
॥१२७५॥ अहव निमित्ताईणं... भा. २९॥
आभट्ठो य जिणेणं ..... ॥६३१॥ आलोवणालुंचन ...... ॥१२४४॥ अहवा णाणाईणं.... ॥६७६॥
आभट्ठो य जिणेणं.... ॥६३५॥ आवत्ताइसु जुगवं...... ॥१२२७॥ अहवा संघाओ१..... भा. १७४॥
आभट्ठो य जिणेणं ..... ॥६३९॥| आवस्सएसु जह जह .....॥१२१५॥ अहवा सयं करेन्तं.... ॥६७४॥ आभरणरयण०..... भा. ६२॥ आवस्सगस्स..... ॥८४॥ अहवाऽवि विणासेंत.... ॥६७२॥ आभिणिबोहिय.... ॥१॥ आवस्सयंमि जुत्तो.... भा.१२२॥ अहियासियाई अंतो ......॥१३६४॥ | आभिणिबोहियनाणे,.... ॥१६॥ आवस्सियं च .... भा.१२०॥ अहिसरिया पाएहि...... ॥८७३॥| आभोएउंसक्को ..... ॥१९९॥ आवस्सियं च णितो च.... ॥६९२॥

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