Book Title: Atmavallabh
Author(s): Jagatchandravijay, Nityanandvijay
Publisher: Atmavallabh Sanskruti Mandir

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Page 7
________________ ।। नमो वीतरागाय ।। देवदेवः स्वयंसिद्धश्चिदानन्दमयः शिवः।। परमात्मा परब्रह्म परमः परमेश्वरः।। जगन्नाथः सुरज्येष्ठो भूतेश: पुरुषोत्तमः। सुरेन्द्रो नित्यधर्मश्च श्रीनिवासः सुधार्णवः।। सर्वज्ञः सर्वदेवेश: सर्वगः सर्वतोमुखः।। सर्वात्मा सर्वदर्शी च सर्वव्यापी जगद्गुरुः।।। तत्वमूर्तिः परादित्यः परब्रह्मप्रकाशकः। परमेन्दः परप्राणः परमामृतसिद्धिदः।।। अजः सनातनः शम्भरीश्वर श्च सदाशिवः।। विश्वेश्वरः प्रमोदात्मा क्षेत्राधीशः शुभप्रदः।। साकारश्च निराकारः सकलो निष्कलोs व्ययः निर्ममो निर्विकारश्च निर्विकल्पो निरामयः।। अमरश्चारुजोऽनन्त एकोऽनेकः शिवात्मकः। अलक्ष्यश्चाऽप्रमेयश्च ध्यानलक्ष्यो: निरञ्जनः।। in Education international For Private & Pronme Only www.gainclibrary.org

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