Book Title: Arya Shatak
Author(s): Mudgalacharya
Publisher:
View full book text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir स. साद्भवतिभस्मपायंभवतिमंत्रस्यतुभस्मनसंभवतिनित्यत्वात्तथापिशडतालक्षणकार्यप्रतिबंधएका वलक्षणीयः॥३०॥इरानीहेरामत्त्वयाइदंयरक्तव्यममनामजपोलौकिक क्षारस्तद्भावनातानष्टेप तिबंधकपापमलतवाभीष्टसिद्धिरतामन्मंत्रजपएवकर्तव्यइतिचेसापरूपएवाहंतस्मिन्मयिमं संतप्तायसपिडेवायपिभस्मीभवत्यपाक्षिप्त नित्याशीचेतन्मयिमत्रज पोपिभस्मसाद्भवति॥३॥ मालिन्यदोषभात्यापृथग्विधेयंनुमापराशेः किंमत्तशरीरपापासापंकिंवाजपत्करोतिपृथक // 31 // बजपोमालिन्यकिमपाकरिष्यत्तीत्या लिन्यत्वायेन माषराशेमालिन्यंश्यामवंकिंदूरीकर्तव्यंखभावसितुदूरीकर्तृनशक्यतेतहन्मंचमत्सकाशाशा शरसकाशान्शरीरपापात्पापंतवजपाकिंपृथक्करोतिनकिमपिपृथकत्तुंशनातीतिभावः॥३१॥ For Private And Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79