Book Title: Anuyoga Dwar Sutra
Author(s): Aryarakshit, Shivchandra Porwal
Publisher: Ratlam
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ततेदेषानेलानककरीत्तेच्या ज्ञानाहिकालासमैज्ञातवसिजेहनेतेप्रावसकाथवान्यासमना बसकअथना तवसिवनहायालायादिनावकहने-मावसकमावसकायवा
समसतगुणग्रामनामविसंतसावितकमवसकरजनधमोनिग्रहक अनुयो नामधिजाभवतिगमावसयप वस्सकरिणिय पवालियाहाविसोहियामायण
विवो३कमनीवीसुधकरें मामाटाकामियामोतनीअराध श्रमसाधरमधवासांधवी प्रवास करत हो ट०६ मधयन नेवन्पायकर्मजीवनुऊनाउमोक्षामाजश्रावकन्नथयात्राविका
नली गोरा लीमुधन्मायकरेते माटे न्याय क्ग्रोनॉम
नाराहणानग्रो समणे सावरल्यावस्सकायवर्षहव विवारी रात्रीदिवस तेमाटेमावसकरहनामा प्रथतेभरवसक प्रथकोणतेमसुखनाचारप्रकार
परु जन्हाप्रेतीसहोनिसस्सातम्हावापर्यनाम समेतंयावसासेकि सुर्याच विपन्न कहनासमुत्रा थापनामुबर जयसुत्र नावसुत्र नामनेथापनातावमावसका अध्यकोणते
नाकझातिमसुन्ननजागवाव्यसुत्र नाहानामय वायरिवसुर्यभामुया नामवाणियासिकिंतव न्यस्त्राचप्रकारप्ररूप्यो ०ते आगमयकता नोयागमथकीलिा मयकोलतेश्राराम मसुनजेल लवारूप पाताहिक
थका सूर्य२ ॥ विपन्नतातामागमउनीमागमध्य सेकिक्तंमागम [वस्य। सुताहरु पर सिम्यु। जावतलावाजलजावा।
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गते सावधाहियामयाजयपरत्यापजावणाप्रपमहाहकदामन्त्रका यज्ञमकरन । तन्नेसमनय पाण्ययी काममथकी
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