Book Title: Anusandhan 2018 11 SrNo 75 02
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 9
________________ अनुक्रम ८९ श्रीसीमन्धरस्वामीनी स्तवनारूप त्रण प्राकृतभाषामय रचनाओ पं. कल्याणकीर्तिविजय चतुर्विंशति-जिनराज-स्तुति ( सावचूरि) पं. कल्याणकीर्तिविजय ८ अज्ञातकर्तृक अजितशान्तिस्तवनम् विजयशीलचन्द्रसूरि अज्ञातकर्तृक उपाख्यानकानि विजयशीलचन्द्रसूरि १९ मुनि संवेगदेव-रचित पिण्डविशुद्धि-बालावबोध विजयशीलचन्द्रसूरि ३० गौतममाई गणि सुयशचन्द्रविजय ८३ मुनि सुजसचन्द्रविजय रत्नसिंहसूरिशिष्य उदयधर्मरचित गणि सुयशचन्द्रविजय उपदेशमाला-सर्वकथानक-षट्पदाः मुनि सुजसचन्द्रविजय कवि मोहन-कृत गणि सुयशचन्द्रविजय १२१ षष्ठिशतक प्रकरण दूहा मुनि सुजसचन्द्रविजय आणंद कवि-रचित श्री चोवीशजिनस्तवन विजयशीलचन्द्रसूरि १३५ श्रीसुखविजय-रचित नव वाड भावभास विजयशीलचन्द्रसूरि १३८ गणि केसरविजय-कृत तत्त्वत्रिकपूजा (तत्त्वपूजा) विजयशीलचन्द्रसूरि १४७ केटलीक हरियालीओ उपा. भुवनचन्द्र १६३ गूढा - प्रहेलिका - समस्या - हरियाली (३) उपा. भुवनचन्द्र १७० एक मराठी स्तवन उपा. भुवनचन्द्र १७४ मिथ्यात्वविरह-सम्यक्त्वकुलकम् मुनि त्रैलोक्यमण्डनविजय १७७

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