Book Title: Anusandhan 2006 06 SrNo 36
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

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Page 5
________________ अनुक्रमणिका विजयशीलचन्द्रसूरि श्रीमुनिचन्द्रसूरिविरचित तीर्थमालास्तवः ॥ श्राविकाद्वयव्रतग्रहणविधि ॥ सं. विजयशीलचन्द्रसूरि 14 श्रीसिद्धचक्रयन्त्रोद्धारविधि - व्याख्या ॥ सं. विजयशीलचन्द्रसूरि 23 परम योगीराज आनन्दधनजी महाराज __ अष्टसहस्री पढ़ाते थे। म० विनयसागर 29 महोपाध्याय समयसुन्दर रचित अष्टलक्षी: एक परिचय म० विनयसागर 36 संशोधन विरुद्ध कट्टरता : घेरी चिन्तानो विषय विजयशीलचन्द्रसूरि स्वाध्याय : विशेषावश्यक भाष्य, शुद्धिपत्रक (४) माहिती : नवां प्रकाशनो Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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