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श्रीलक्ष्मणभाई भोजकने बताडतां तेमणे आ मुश्केल उकेल करवा बदल
धन्यवाद आप्या हता.
आमां जिननुं नाम के संवत् नथी. ‘हा(?)खिलावाद गामे' ए अक्षरोमां गामनुं नाम होवानुं अने 'हाणासीह' ए आ प्रतिमा करावनार श्रावकनुं नाम होवानुं
जणाय छे. मूळ लेख छाप तथा प्रतिमानी तसवीरो आ साथे मूकवामां आवी छे.
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ने मासूतिम
या बल वह न
मदालसाड ্যা व कम ॥
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